-भारत तिब्बत मैत्री संघ के जिलाध्यक्ष श्याम विनय कुमार सिंह विश्व मानवाधिकार दिवस समारोह ने जताया आक्रोश
Sheohar: Ravishankar singh: भारत तिब्बत मैत्री संघ के शिवहर जिलाध्यक्ष श्याम विनय कुमार सिंह ने तिब्बत में चीन द्वारा मानवाधिकारों के हवन पर सख्त नाराजगी व्यक्त किया है। हर साल संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा इस दिन को मनाने की थीम की घोषणा की जाती है। मानवाधिकार दिवस 2022 की थीम डिग्निटी, फ्रीडम और जस्टिस फॉर ऑल रखी गई है। इसका मतलब है कि स्वास्थ्य सभी लोगों के लिए एक मौलिक मानव अधिकार है।
सभी के लिए स्वास्थ्य के बिना, कोई सम्मान, स्वतंत्रता या न्याय नहीं हो सकता। जिलाध्यक्ष श्याम विनय कुमार सिंह ने इस संदर्भ मे बताया की भारत में मानवाधिकार 28 सितंबर 1993 को भारत में मानवाधिकार अधिनियम लागू हुआ जिसके बाद सरकार ने 12 अक्टूबर 1993 को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का गठन किया। मानवाधिकार आयोग राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक क्षेत्रों में भी काम करता है। जैसे मजदूरी, एचआईवी एड्स, स्वास्थ्य, बाल विवाह और महिलाओं के अधिकार।
मानवाधिकार आयोग का काम ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक करना है। जहाँ पर व्यक्ति यह सोचकर अपने अधिकारों पर होने वाले अतिक्रमण और अपने शोषण को महसूस करता हूँ, अभी चुप रहे क्योंकि कानून की नजर में उसने स्वयं बिना किसी विरोध के इस तरह से रहना स्वीकार किया है और इस अर्थ में मानवाधिकार के उस पार यह देखने की आवश्यकता है कि जिसे मानवाधिकार संरक्षण कहा जा रहा है।
क्या वह सिर्फ तकनीकी के आधार पर विधिक व्यवस्था का वह विस्तार है जिसमें चाह कर भी अब व्यक्ति या नहीं कह सकता कि उसके अस्तित्व गरिमा के विरुद्ध होने वाला कार्य मानवाधिकार उल्लंघन है और इसी को अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार पर समझने की आवश्यकता है उसके प्रति चेतना जगाने की आवश्यकता है। एवं में तिब्बत स्वतंत्रा के लिए भारत सरकार पहल करे।