-एसीएमओ डा.अनिल भटट द्वारा जांच के क्रम में अस्पताल में पाई गई मनमानी। एएनसी जांच के दौरान गर्भवती महिला को नास्ता नही मिला था नास्ता
बक्सर,बिफोर प्रींट। गर्भवती महिलाओं के एएनसी जांच के क्रम में मनमानी पाए जाने पर सिवील सर्जन डा.जितेन्द्र नाथ द्वारा अनुमंडल अस्पताल के डीएस व महिला चिकित्सकों सहित अस्पताल प्रबंधक के एक दिन के वेतन भुगतान पर रोक लगाए जाने का आदेश जारी किया है। सिवील सर्जन द्वारा जारी आदेश मंे कहा है कि अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी (एसीएमओ) डा.अनिल कुमार भटट् द्वारा 9 दिसम्बर,22 को अपराह् 1 बजे अनुमंडलीय अस्पताल का निरीक्षण किया गया था।
निरीक्षण के क्रम मंें डीएस अनुपस्थित पाए गए थे। केवल एक चिकित्सा पदाधिकारी डा.शिवशंकर चैधरी ओपीडी का कार्य कर रहे थे। उसी दिन प्रधान मंत्री मातृत्व सुरक्षा दिवस के मौंके पर 9 दिसम्बर को महिला चिकित्सकों द्वारा गर्भवती महिलाओं का एएनएसी जांच एवं उन्हें नास्ता उपलब्ध कराना था। परंतु अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी(एसीएमओ) द्वारा निरीक्षण के क्रम में कोई महिला चिकित्सा पदाधिकारी मौजूद नहीं पाई गई और न तो गर्भवती महिलाओं को नास्ता उपलब्ध कराया गया था।
बल्कि जांच के क्रम में पाया गया कि उपस्थित ग्रेड ए की नर्स द्वारा गर्भवती महिलाओं के एएनसी का जांच किया जा रहा था। उक्त स्थिति में बेहद गैर जिम्मेदराना एवं मनपाने का द्योतक है। सिवील सर्जन ने कहा कि विभागीय दिशा निर्देश के अनुसार कार्यो का संपादन नहीं होने के कारण सरकार के उद्येश्यों की पूर्ति नहीं हो पाती है।