Nalanda: फाइलेरिया रोगियों के लिए स्वास्थ्य विभाग का तोहफा, जिले में खुलेंगे 20 एमएमडीपी क्लिनिक

नालंदा

-17 दिसंबर को होगा कार्यशाला का आयोजन, सभी मेडिकल ऑफिसर को मिलेगा प्रशिक्षण
-400 एमएमडीपी किट का वितरण, लक्षणों के प्रति किया जा रहा जागरूक

Biharsharif/Avinash pandey: जिले को लोगों को फाइलेरिया की चपेट में आने से रोकना अब और आसन होने वाला है, क्योंकि बहुत जल्द जिले में 20 एमएमडीपी क्लीनिक खोले जाएंगे. इस खबर की पुष्टि जिला गैर संचारी रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. राम कुमार प्रसाद ने की है. डॉ. प्रसाद ने कहा फाइलेरिया मरीजों की बेहतर देखभाल के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले के सभी प्रखंड चिकित्सा केन्द्रों पर मोरबिडिटी मैनेजमेंट एंड डिसेब्लिटी प्रिवेंशन क्लीनिक (एमएमडीपी क्लिनिक)स्थापित किया जाएगा. ताकि जो फाइलेरिया रोगी जिला सदर अस्पताल तक नहीं आ सकते, वो अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों पर उपचार और एमएमडीपी किट जैसे जरूरी सुविधाएं प्राप्त कर सके. साथ ही फाइलेरिया जैसे गंभीर रोग के प्रति लोगों को परामर्श और जानकारी भी उनके आस- पास मिल सके.

मेडिकल ऑफिसरों को मिलेगा प्रशिक्षण, डॉ. राम ने बताया कि फाइलेरिया को जड़ से ख़त्म करने में इन एमडीपी क्लिनिक की काफी अहम् भूमिका होने वाली है. जिसके लिए फ़िलहाल सभी प्रखंडों मेडिकल ऑफिसर का चयन प्रक्रिया जारी है .इस सन्दर्भ में जिला स्वास्थ्य विभाग, विश्व स्वास्थ्य संगठन के सहयोग से 17 दिसंबर को एक कार्यशाला का आयोजन करने जा रहा है. जिसमें सभी उपाधीक्षक, प्रखंडों के प्राथमिक चिकित्सा पदाधिकारी, मेडिकल ऑफिसर , जीएनएम्,बीसिएम् , स्वास्थ्य प्रशिक्षक, एवं केटीएस प्रशिक्षित किये जायेंगे.

प्रशिक्ष्नोपरांत सभी क्लिनिक नोडल, चिकित्सा पदाधिकारी एवं कर्मियों को नामित किया जायेगा. ये नामित चिकित्सा पदाधिकारी अपने क्षेत्र के मरीजों को इस बीमारी के बारे में जानकारी देंगे और रोजमर्रा की दिक्कत जैसे पैर में इन्फेक्शन हो जाना, सूजन या दर्द होने पर उनके निवारण जैसी बातों की जानकारी देने के साथ–साथ प्रैक्टिकली उनके घाव की साफ सफाई, दवाई या नियमित रूप से एक्सरसाइज के बारे में बताएंगे.

400 मरीजों को मिला एमएमडीपी किट:
केयर इंडिया के गैर संचारी रोग नियंत्रण सलाहकार मिथलेश शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला में अब तक 400 से अधिक फाइलेरिया मरीजों को एमएमडीपी किट का वितरण किया गया है जिसमें मरीजों के लिए बाल्टी , मग , चप्पल , और साफ़ सफाई के लिए साबुन इत्यादी उपलव्ध थे. साथ ही उन्हें स्व-उपचार के साथ-साथ पैर की देखभाल, व्यायाम तथा सही तरह के चप्पल पहनने आदि के बारे में प्रशिक्षण भी दिया गया है. जिले में फाइलेरिया उन्मूलन के लिए समय-समय पर विभिन्न तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता रहा है. फिर वह एमडीए कार्यक्रम चलाकर अधिक से अधिक लोगों को निःशुल्क दवा सेवन करवाना हो य नाईट ब्लड सर्वे करना हो .जिनका उद्देश्य लोगों को फैलेरिया के प्रति जागरूक कर जिले को इस संक्रामक रोग से पुर्णतः मुक्त करना है.