इंदौर स्थित डा.अंबेडकर विवि में आयोजित इंटर नेशनल वैज्ञानिक सम्मेलन में डा.प्रसाद को मिला गोल्ड मेडल सम्मान पत्र
Buxar, Vikrant: बिहार कृषि विश्वविद्यालय की अंगीभूत इकाई कृषि कालेज डुमरांव व पूर्णिया कृषि कालेज से जुड़े जीव जंतु वैज्ञानिक डा.सुदय प्रसाद को उत्कृष्ट योगदान के लिए इंदौर स्थित डा.अंबेडकर विश्वविद्यालय में जुलौजिकल सोसाइटी आफ इंडिया के सौजन्य से आयोजित तीन दिवसीय इंटर नेशनल वैज्ञानिक सम्मेलन में गोल्ड मेडल सम्मान पत्र से सम्मानित किया गया है। सम्मेलन में भाग लेने वाले देश विदेश के करीब 4 सौ वैज्ञानिकों के बीच डा अंबेडकर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डी.के.शर्मा एवं विक्रम विश्वविद्यालय भोपाल के कुलपति प्रो. अखिलेश पांडेय द्वारा डा.प्रसाद को उत्कृष्ट वरिष्ठ वैज्ञानिक पुरस्कार गोल्ड मेडल सम्मान पत्र से सम्मानित किए जाने पर कृषि कालेज डुमरांव के कई वैज्ञानिकों ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए डा.प्रसाद को बधाई प्रदान किया है।
बधाई प्रदान करने वाले वैज्ञानिकों में कृषि कालेज के पूर्व प्राचार्य सह वैज्ञानिक डा.रियाज अहमद, डा.उदय कुमार, डा.नीतू सिंह, डा.बिनोद कुमार सिंह, डा.एसआरपी सिंह, डा.प्रभात कुमार, डा.एस.के.चैधरी, डा.सुनिल कुमार, डा.प्रभात कुमार, डा. पवन शुक्ला वैज्ञानिक डा.डी.के.केशरी, डा.मोहन सिन्हा,डा.सीएस प्रभाकर एवं डा.मणीकांत ठाकुर आदि का नाम शामिल है। इंदौर में जुलौजिकल आफ इंडिया के सौजन्य से आयोजित इंटरनेशनल वैज्ञानिक सम्मेलन में भाग लेकर सोमवार को लौटने के बाद डा.प्रसाद ने बताया कि उनके द्वारा अभी तक नेशनल व इंटर नेशनल पत्रिका में करीब 110 शोध पत्र प्रकाशित हो चुका है।
जीव जंतु वैज्ञानिक डा.प्रसाद ने बताया कि बिहार सरकार की अभिरूचि पर बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर द्वारा नीलगाय को पालतू जानवर के रूप में विकसित किए जाने को लेकर डुमरांव में नीलगाय शोध केन्द्र का शोधार्थी वैज्ञानिक के तौर पर अधिकृत किया गया है। डा.प्रसाद ने बताया कि ‘नीलगाय‘ पर शोध परियोजना का कार्य जारी है। वैज्ञानिक डा.प्रसाद ने बताया कि उन्हें पूर्णिया स्थित भोला पासवान शास्त्री कृषि महाविद्यालय में जीव जंतु विभाग में वैज्ञानिक का भी पदभार दिया गया है। उन्होनें बताया कि प्रकृति में कोई भी वस्तु व जीव बेकार नहीं है। प्रकृति के बीच मौजूद वस्तु व जीव को समझने व जाननें की जरूरत है।