DESK : बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन जहरीली शराब से हुई मौत का मुद्दा छाया रहा। आज जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई छपरा में हुई जहरीली शराब से मौत के मामले में मुआवजे को लेकर भाजपा विधायकों ने जमकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। शराबबंदी वाले राज्य में जहरीली शराब से हो रही मौत पर विपक्ष मुआवजे को लेकर अड़ा है।
नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि जहरीली शराब से मौत के बाद परिजनों को मुआवजा मिले। इसकी न्यायिक जांच हो, साथ ही सदन में शोक जताया जाय। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मेरे ऊपर टिप्पणी की गई, और कहा गया कि उनके रिश्तेदार के यहां से शराब पकड़ा गया। यह बिल्कुल ही गलत है। सदन में जो बातें उठी थी,उसे प्रोसिडिंग से हटाई जाय।
प्रश्नकाल के दौरान जैसे ही सवाल-जवाब शुरू हुआ विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते हुए हंगामा-नारेबाजी करते हुए वेल में पहुंच गये। भाजपा विधायक जहरीली शराब कांड में परिजनों को मुआवजा की मांग करने लगे। इस दौरान वेल में पोस्टर लहराते देख स्पीकर ने मार्शल से पोस्टर हटाने को कहा।
विजय सिन्हा ने स्पीकर अवध बिहारी चौधरी को इस बात के लिए बधाई भी दी कि आजादी के बाद पहली बार 50 मिनट बोलने के क्रम में उन्हें 113 बार टोका गया और अमर्यादित शब्दों का इस्तेमाल किया गया। ऐसे शब्दों को प्रोसिडिंग से हटाया जाए क्योंकि ऐसे शब्द कही न कही सदन की गरिमा को धूमिल करता है। उधर, शराब से मरने वाले लोगों को मुआवजा दिए जाने की मांग को लेकर बीजेपी के सदस्य लगातार हंगामा करते रहे। जिसके बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।