DESK : जिलाधिकारी विशाख जी की अध्यक्षता में बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक हुई। बैठक में उर्जीकरण के संबंध में केस्को के नोडल अधिशासी अभियंता के अब्सेंट पाए जाने के कारण स्पष्टीकरण मांगा गया। पीएम आवास योजना (रूरल) की समीक्षा में अधिशासी अभियंता, पीएमजेएसवाई के बिना किसी सूचना के बैठक में अनुपस्थित रहने के कारण वेतन रोकने के निर्देश दिए। वहीं डीएम ने कहा कि अधिशासी अभियंता, सिंचाई रबी की फसल के चलते सभी नहरों और रजबहों में पानी की सप्लाई सुनिश्चित करें। सड़कों के चौड़ीकरण की समीक्षा में जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों के मरम्मत का कार्य पूर्ण न होने के कारण रोष व्यक्त करते हुए कहा कि अधिशासी अभियंता, प्रांतीय खंड एवं निर्माण खंड-2, लोक निर्माण विभाग को ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों की मरम्मत अभियान चलाकर करना सुनिश्चित करें।
साथ ही सहायक निबंधक, सहकारी समितियां एवं जिला कृषि अधिकारी को अंतिम चेतावनी देते हुए निर्देश दिए कि उर्वरक वितरण के संबंध में आ रही शिकायतों का निस्तारण उनके स्तर पर तत्काल किया जाए। रोजाना एक-एक दुकान की जांच की जाए। अन्यथा की स्थिति में उक्त अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
डीएम ने खंड विकास अधिकारी, चौबेपुर के क्षेत्रांतर्गत महराजपुर, बंसठी एवं पेम में निर्माणाधीन गौवंश आश्रय स्थलों की अपेक्षित प्रगति न पाए जाने पर खंड विकास अधिकारी, चौबेपुर के वेतन पर रोक लगाए जाने और विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि दिए जाने के निर्देश दिए गए। खंड विकास अधिकारी, भीतरगांव के क्षेत्रांतर्गत पासीखेड़ा, पसेमा, निवादा उजागर, रावतपुर चौधरियान, दौलतपुर नर्वल और जरसरा में निर्माणाधीन गौवंश आश्रय स्थलों की अपेक्षित प्रगति न पाए जाने पर स्पष्टीकरण मांगा गया।
मूलगंज चौराहे के पास अस्थाई रैन बसेरा बनाए जाने हेतु परियोजना अधिकारी, डूडा, सहायक श्रम आयुक्त और नगर निगम के जोनल अधिकारी को स्थान चिन्हित करने के निर्देश दिए ताकि उस क्षेत्र के आस-पास निराश्रित मजदूरों को रात्रि विश्राम के लिए स्थान उपलब्ध कराया जा सके। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी सुधीर कुमार, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट हिमांशु गुप्ता, सीएमओ आलोक रंजन समेत सभी खंड विकास अधिकारी भी मौजूद रहे।