सीतामढ़ी में जाति आधारित जनगणनाकी कवायद शुरू, डीएम ने कार्यशाला का किया शुभारंभ

सीतामढ़ी

Sitamarhi,Ravishankar singh: जाति आधारित जनगणना को लेकर जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर का प्रशिक्षण-सह-उन्मुखीकरण कार्यशाला का उद्घाटन स्थानीय परिचर्चा भवन में जिलाधिकारी सीतामढ़ी मनेश कुमार मीणा, अपर समाहर्ता राजस्व मनीष कुमार शर्मा, अपर समाहर्ता लोक शिकायत निवारण मो मुमताज आलम, नगर आयुक्त सीतामढ़ी,सदर अनुमंडल पदाधिकारी राकेश कुमार एवं अनुमंडल पदाधिकारी पुपरी नवीन कुमार के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया गया। जिला स्तरीय प्रशिक्षण-सह- उन्मुखीकरण कार्यशाला में प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके अधिकारी प्रखंड स्तर पर अधिकारियों को जाकर प्रशिक्षण देंगे ताकि वे अपने क्षेत्र में समुचित तरीके से गणना का कार्य करवा सकें।

प्रशिक्षण -सह- उन्मुखीकरण कार्यशाला के उद्घाटन के मौके पर जिलाधिकारी ने कहा कि बिहार जाति आधारित गणना- 2022 का सफल क्रियान्वयन जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सभी स्टॉकहोल्डर सजग तत्पर एवं सतर्क रहकर इस कार्य का संचालन करें। उन्होंने कहा कि जाति आधारित जनगणना एक वृहद एवं महत्वपूर्ण कार्य है।इसकी समयबद्धता एवं अनिवार्यता को ध्यान में रखते हुए सभी कार्यों को ससमय एवं सफलतापूर्वक निष्पादन करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि संपूर्ण प्रशासनिक तंत्र इस उद्देश्य हेतु हेतु सक्रिय एवं प्रतिबद्ध है।उन्होंने गणना की बारीकियों को पूरे विस्तार से समझाया।

प्रशिक्षण कार्यशाला में उपस्थित अपर समाहर्ता मनीष कुमार शर्मा ने उपस्थित अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि गणना कार्य के समय यह आवश्यक है कि सभी ट्रेनर प्रगणक और पर्यवेक्षक एक निर्धारित परिचय पत्र के साथ क्षेत्र में जाएं ताकि कोई दूसरा व्यक्ति इस प्रक्रिया में शामिल न हो सके और सामान्य जन से परिचय पत्र के आधार पर कर्मियों को कार्य करने में सहयोग प्राप्त हो सके। प्रशिक्षण में निर्देश दिया गया कि प्रगणक एवं पर्यवेक्षक का प्रशिक्षण देने के साथ-साथ क्षेत्र का भौतिक निरीक्षण अत्यंत अनिवार्य है। निर्देश दिया गया कि प्रत्येक पर्यवेक्षक के साथ एक सहायक को शीघ्र टैगिंग करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि पूरी तरह से होमवर्क कर लें ताकि किसी भी तरह की गलती की संभावना न हो।

अपर समाहर्ता ने बताया कि प्रथम चरण(मकान सूचीकरण की प्रक्रिया) 7 जनवरी से 21 जनवरी तक होगा जिसमें गणना क्षेत्र का निर्धारण, गृह संख्या का निर्धारण एवं संक्षिप्त गृह पंजी को तैयार किया जाना है। प्रशिक्षण में प्रथम चरण के अंतर्गत मकान सूचीकरण की प्रक्रिया के बारे में विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई गई। पंचायत के अधीन वार्ड को एक इकाई के रूप में रखा जाना, एक गणना क्षेत्र, 2 गणना क्षेत्र के बारे, मकानों का नम्बरीकरण उत्तर दिशा से प्रारंभ करना संबंधी जानकारी उपलब्ध कराई गई।

प्रशिक्षण में -उपयोग में लाए जाने वाले परिपत्रों यथा :-संक्षिप्त मकान सूची, प्रगणक नक्शा, पर्यवेक्षकीय नक्शा, चार्ज रजिस्टर, प्रगणक नियुक्ति पत्र, पर्यवेक्षक नियुक्ति पत्र, परिचय पत्र इत्यादि के बारे में जानकारी दी गई। नजरी नक्शे के महत्व एवं मानचित्र की मूल बातों के बारे में विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई गई। प्रशिक्षण में जिला जनसंपर्क अधिकारी कमल सिंह, जिला आपूर्ति पदाधिकारी अजय कुमार एवं जिला सांख्यिकी पदाधिकारी भी उपस्थित थे।