ताड़ी – शराब के नाम पर गरीबों का दमन बंद हो : अजीत
Muzaffarpur/Befoteprint : जिले में व्याप्त प्रशासनिक भ्रष्टाचार, जनसमस्याओं की हो रही घोर उपेक्षा के खिलाफ टीम अजीत कुमार आगामी 17 जनवरी से जिले में शुरू करेगी आर पार की लड़ाई। उक्त निर्णय रविवार को कांटी क्षेत्र के पानापुर हाई स्कूल के मैदान में टीम अजीत कुमार के द्वारा आयोजित महापंचायत में लिया गया। महापंचायत की अध्यक्षता टीम के अध्यक्ष मुखिया इंद्रमोहन झा तथा संचालन सामाजिक कार्यकर्ता मोहम्मद शमीम ने किया। इस मौके पर महापंचायत में कई अहम फैसले लिए गए। जिसमें आगामी 17 जनवरी से जिले में व्याप्त प्रशासनिक भ्रष्टाचार एवं जनसमस्याओं की हो रही घोर उपेक्षा के खिलाफ आर पार की लड़ाई शुरू करने, जिले के किसान-मजदूरों के समस्याओं को लेकर संघर्ष करने, स्थानीय थर्मल पावर के कामगारों का प्रबंधन द्वारा किए जा रहे शोषण से उन्हें मुक्ति दिलाने तथा वैशाली या मुजफ्फरपुर लोकसभा क्षेत्र से टीम अजीत कुमार के संरक्षक पूर्व मंत्री अजीत कुमार को चुनाव लड़ाने का फैसला प्रमुख है।
इस महापंचायत में जिले के पांच हजार से अधिक सामाजिक कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि एवं अजीत कुमार के समर्थकों ने शिरकत किया। इस अवसर पर महापंचायत को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने कहा कि कहने को इस राज्य में सुशासन की सरकार है, लेकिन चाहु ओर लूट-खसोट, अपराध, अफसरशाही का बोलबाला है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार सर चढ़कर बोल रहा है। अब तो लगता है कि भ्रष्टाचार शिष्टाचार बन गया है। बिना रिश्वत दिए कहीं कोई काम नहीं हो रहा है। आज हर क्षेत्र में शोषण का शिकार समाज के गरीब तबके के लोग हो रहे हैं। कहीं कोई सुनने वाला नहीं है। श्री कुमार ने कहा कि स्थिति तो यह है कि नीचे से ऊपर तक सिस्टम से जुड़े लोग भ्रष्टाचार में पूरी तरह लिप्त हो गए हैं, चाहे वह सरकारी मुलाजिम हो या सियासत दान।
उन्होंने लोगों से कहा कि जोर- जुल्म सहकर चुप रहना भी कायरता है। अब हम एवं हमारे साथी चुप नहीं बैठ सकते। ऐसे में टीम अजीत कुमार पूरे जिले में आगामी 17 जनवरी से भ्रष्टाचार और जन समस्याओं की उपेक्षा के खिलाफ आर-पार की लड़ाई शुरू करेगी। उन्होंने मुजफ्फरपुर एवं वैशाली के सांसद एवं स्थानीय विधायक को हर मोर्चे पर विफल बताते हुए कहा कि चुनाव के वक्त इन लोगों ने आम लोगों से कई वादे किए थे, जिसमें पताही हवाई अड्डा चालू कराने, किसानों के लिए जिले में नया चीनी मिल लगाने, बेरोजगारों को पर्याप्त रोजगार दिलाने, कृषि पर आधारित उद्योग लगाकर किसानों का आय बढ़ाने, सहित कई बड़े-बड़े वादे किए गए थे, लेकिन आज उनके सारे वादे ढाक के तीन पात साबित हुए हैं। उन्होंने कहा ये सभी प्रतिनिधि अपना- अपना चेहरा चमकाने में लगे हैं। उन्हें आम-आवाम से कोई मतलब नहीं है। श्री कुमार ने कहा कि आज इस प्रदेश में ताड़ी- शराब के नाम पर गरीबों का दमन हो रहा है।
लेकिन गरीबों को सम्मान दिलाने का आह भरने वाले इन जनप्रतिनिधियों का मुंह नहीं खुल रहा है। ऐसे में अब हमें अपने हक हकूक की लड़ाई स्वयं लड़ना पड़ेगा। श्री कुमार ने लोगों का आवाहन करते हुए कहा कि आप अपने हक की लड़ाई के लिए आगे बढ़े, हम आपकी लड़ाई को मुकाम तक पहुंचाएंगे । उन्होंने भ्रष्टाचार में लिप्त सरकारी मुलाजिमों को सचेत करते हुए कहा कि आप अपने आप को बदलिए समाज के कमजोर लोगों का सम्मान करिए नहीं तो अब कभी भी आपको गरीबों के आक्रोश का शिकार बनना पड़ेगा।
इस मौके पर महापंचायत को संबोधित करने वालों में उपेंद्र शाह, नागेंद्र गिरी, पवन कुमार सिंह, रणधीर कुमार सिंह, साकेत रमन पांडे, दिनकर सिंह, जय किशन कुमार चौहान, नागेंद्र पंडित, रंजीत चौधरी, राजेश कुमार सिंह, नंदकिशोर सिंह, मुरारी झा, मोतिउर रहमान, सुमन कुमार सिंह, अशोक पासवान, गुलशन कुमार सिंह, अंकेश कुमार ओझा, शांतनु सत्यम तिवारी, प्रोफ़ेसर नवल यादव, दिनेश सिंह, चंदेश्वर ओझा, प्रभु प्रसाद गुप्ता, नंदन महतो, संतोष कुमार साही, पिंकेश कुमार त्रिपाठी, शिवनाथ साह, विजय राम, निखिल कुमार, अजय ठाकुर, अजय चौधरी, मनोज सिंह, इंदल साह, राजदीप साह, मुनीलाल साहनी, राम राय, अवधेश सिंह, नवल सिंह आदि प्रमुख थे।