Nawada: नववर्ष के स्वागत में जुटे लोग, शहर का पिकनिक स्पॉट हुआ तैयार

नवादा

Rabindra Nath Bhaiya: इस वर्ष नये साल 2023 के आगमन पर जश्न मनाने की तैयारी शुरू हो गई है। नये साल का जश्न मनाने में मात्र एक दिन शेष रह गया है, लेकिन पूर्व से नवादा नगर में नया साल पर पिकनिक मनाने के लिए व्यवस्थित स्थल का लोगों में मलाल रहा है, ऐसे में आदर्श डेवलपर्स के संचालक राजीव सिन्हा ने इस कमी को पूरा करते हुए लोगों को दो सौगात मनोरंजन व पिकनिक स्पॉट के रूप में दिया है, जिसमें आदर्श होम सिटी तथा आदर्श वाटर पार्क शामिल है। दूसरी ओर नगर परिषद की उपेक्षा के कारण आज तक नगर में कोई भी मुलभूत सुविधाएं यहां के लोगों को नहीं मिल सकी है। नगर के कुछ चुनिंदे पिकनिक स्पॉट हैं, जिसके सहारे लोग नया साल का पिकनिक मनाने जुटते हैं।

साल दर साल बीतता जा रहा है, परंतु यहां के लोगों को मनोरंजन के लिये आज तक कोई ऐसा स्थान नहीं मिल सका है, जहां पूरे परिवार के साथ पिकनिक मनाने का एंज्वाय कर सके। नगर का एक मात्र पिकनिक स्पॉट कृषि फार्म है, जहां लोग खाना बनाने के साथ मस्ती का मजा लेने पूरे परिवारों के साथ गाजे-बाजे लेकर जुटते हैं, लेकिन यहां भी कोई सुविधाएं नहीं होती है। लोग अपने स्तर से ही सभी व्यवस्था कर यहां पहुंचते हैं. इसके अलावा शहरी क्षेत्र में कोई भी ऐसा स्थान नहीं है, जहां लोग पूरे परिवार के साथ खाना बनाने व मौज-मस्ती करने के लिये एकतृत हो सके. वैसे शहर में जैन समाज का धार्मिक स्थल जल मंदिर तो है, परंतु वहां खाना बनाने की कोई व्यवस्था नहीं है. लोग घरों से ही पकवान बनाकर ले जाते हैं और पिकनिक का आनंद उठाते हैं।

इसके अलावा शहर का नारदः संग्रहालय में भी केवल घुमने फिरने की ही छूट है। शहर के दो महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल संकट मोचन मंदिर और बाबा शोभनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना कर नये साल की शुरूआत करने के लिये लोग जुटते हैं। शहरवासियों को इसका हमेशा से ही मलाल रहा है। विकास के नाम पर आज तक यहां मनोरंजन के लिये कुछ नहीं किया जा सका है। वैसे शहर के बाहर कुछ स्थान हैं, जहां पिकनिक मनाने लोग जाते हैं, जिसमें ककोलत जलप्रपात प्रमुख है, लेकिन वहां भी इस बार रोक लगा दिया गया है। दुर्भाग्य इस बात का है कि नवादा के पड़ोसी जिला नालंदा इस मामले में काफी आगे है।

पिकनिक स्पॉट नहीं रहने से युवा वर्ग को साल के अंतिम दिन रहता है मलाल :-
शहर में पिकनिक स्पॉट नहीं रहने के कारण यहां के युवा वर्ग साल के अंतिम दिन आपस में मिलकर मुहल्ले में ही एंज्वाय करने की तैयारी शुरू कर दिया है। लोग अपने मुहल्लों में ही जगह-जगह गाजे-बाजे के साथ मौज-मस्ती करते हुए नये साल के स्वागत में केक काटकर पिकनिक का आनंद उठाने जुटते हैं।
नगर के पुरानी बाजार, सोनार पट्टी रोड सहित कई ऐसे स्थान हैं, जहां लोग केक काटकर और पटाखा फोड़कर नया साल का जश्न मनाने जुटते हैं।

ग्रीटिंग कार्ड पर भारी पड़ा मोबाइल:-
टेक्नोलॉजी बदलते परिवेश में लोगों ने नये साल का विश करने में अब पूराना तरीका ग्रीटिंग कार्ड का प्रचलन समाप्त होता जा रहा है। लोग मोबाइल टेक्नोलॉजी के माध्यम से ही अपने लोगों को नया साल का विश करने में जुटे हैं। एडवांस में विभिन्न माध्यमों से अपने लोगों को नया साल का बधाई देने का सिलसिला एक दिन पूर्व से ही शुरू हो जाता है।

शहर के अलग-अलग पिकनिक स्पॉटों का क्या है हाल:-
आर्दश वाटर पार्क व आदर्श सिटी शहर के जाने-माने समाज सेवी राजीव सिन्हा ने अपने शहर में दो ऐसी व्यवस्था दी है, जिसके लिये लोग सपना देखा करते थे। यहां हर साल टूरिस्ट प्लेस के जैसा लोगों को नया साल पर उत्साह मनाने का बेहतर संसाधन है। शहर से दो किलोमीटर दूर नवादा-गया रोड स्थित कृषि फार्म के दक्षिण में बनाया गया इस आदर्श सिटी में स्वीमिंग, झूला, खाने का स्टॉल के अलावा मनमोहक वातावरण में एंज्वाय करने का भरपूर व्यवस्था है। वाटर पार्क की बात करें तो यह नवादा-गया पथ पर बनाया गया है, शहर से 6 किलोमीटर दूरी पर बना आर्दश वाटर पार्क में मस्ती का पूरा संसाधन है। कृषि फार्म शहर से दो किलोमीटर दूर नवादा-गया रोड पर स्थित कृषि फार्म वर्षों से लोगों के लिये पिकनिक स्पॉट रहा है। शहर में यही एक मात्र जगह है, जहां लोग खाना बनाने से लेकर परिवारों के साथ एंज्वाय करने जुटते हैं, लेकिन यह सुनसान जगह पूरी तरह से सुरक्षित नहीं माना जाता रहा है, वैसे लोग अपनी सुविधाओं के अनुसार यहां पिकनिक मनाने पहुंचते हैं।

शोभनाथ मंदिर:-
यह शहर से करीब डेढ़ किलोमीटर पश्चिम नवादा-गया रोड पर स्थित है। यह स्थान पंचमुखी महादेव बाबा के नाम से प्रसिद्ध है, यहां सावन के महीने में पूरे माह तक दूर-दूर से लोग पूजा करने आते हैं। इसके अलावा यहां लगन के दिनों में भी शादी को लेकर मेला लगा रहता है। इस मंदिर के समीप तालाब से दक्षिण पिकनिक स्पॉट बना हुआ है, जहां एक धर्मशाला भी है। लोग नये साल में एक जनवरी को पूरे परिवार के साथ यहां जुटते हैं और पूजा पाठ के साथ खूब मौज मस्ती करते हैं।

गोनावां जल मंदिर:-
शहर से उत्तर दिशा नवादा से पटना के तरफ जाने वाली मार्ग पर गोनावां में अवस्थित है। यह शहर से सटे रहने व सुरक्षा के दृष्टिकोण से सुरक्षित माना जाता है। यही वजह है कि शहर के लोग अपने परिवारों के साथ काफी संख्या में जुटते हैं। इसमें भगवान महावीर का मंदिर है और यह मंदिर चारों तरफ पानी से घिरा हुआ है। मुख्य द्वार से मंदिर तक जाने के लिये पुल भी बना है। पानी से घिरे रहने के कारण ही इसे जल मंदिर कहा जाता है, इस मंदिर के बाहरी परिसर मैदान जैसा है, जिसमें लोग घरों से पकवान बनाकर लाते हैं और नया साल का जश्न मनाते हैं।

दिगम्बर जैन मंदिर:-
यह मंदिर नवादा से बिहार शरीफ जाने वाली मार्ग पर गोनावां में सड़क किनारे बना है, यहां हर साल सैलानियों का आना-जाना रहता है। नये साल पर लोग इस मंदिर में केवल दर्शन करने व घुमने फिरने आते हैं. यहां खाने-पकाने का कोई आदेश नहीं है. इस मंदिर के अंदर एक स्तम्भ बना हुआ है, जो अहिंसा का प्रतिक माना जाता है, इसमें लोग शौक से साल के पहले दिन पहुंचते हैं साथ ही इसके इतिहास को भी इसी बहाने जानने का सौभाग्य प्राप्त करते हैं।

नारदः संग्रहालय:-
शहर के बीचो-बीच बना नारदः संग्रहालय आज भी हमारे पूर्वजों के प्राचीन गाथाओं को अपने सीने में समेटे है। नये साल के पहले दिन यहां लोगों की काफी भीड़ होती है। लोग अपने परिवारों के साथ नववर्ष पर जुटते हैं। इसी बहाने लोगों को इतिहास की कई महत्वपूर्ण जानकारियां भी मिल जाती है, यहां कलाकृतियों का भी अद्भूत संगम देखने को मिलता है। संग्रहालय के बाहरी लॉन में मछली का तालाब और फव्वारा देखते बनता है। बच्चों को इसके अंदर छिपे इतिहास को जानने का मौका भी मिलता है।

संकट मोचन मंदिर:-
वैसे त्योहार कोई भी हो लोग संकट मोचन मंदिर जाना नहीं भूलते हैं। यहां हर मंगलवार और शनिवार को विशेष पूजा का आयोजन किया जाता है, इसके अलावा अन्य दिनों में भी लोगों की भीड़ लगी रहती है। मंदिर के पुजारी इसके लिये तैयारी में जुटे हैं, वैसे इस मंदिर के सटे दिवार से जलाल बाबा का मजार भी है, जिसके वजह से यह मंदिर और मजार सौहार्द का प्रतीक माना जाता है।