डुमरांवः पुराना भोजपुर स्थित छठिया पोखरा के अतिक्रमण के विरोध में ग्रामीणों ने किया धरना-प्रदर्शन

बक्सर

सीओ अंकिता कुमारी ने प्रदर्शनकारी ग्रामीणों से की मुलाकात। कहा-किसी भी कीमत पर पोखरा का अतिक्रमण नहीं होने दिया जाएगा

Buxar, Before Print: डुमरांव नगर परिषद क्षेत्रान्र्तगत पुराना भोजपुर व नावाडेरा गांव के निकट मौजूद अतिप्राचिन छठिया पोखरा का यकायक अतिक्रमण देख ग्रामीण उग्र हो गए और जमकर विरोध प्रदर्शन किया। पानी से भरा पड़े पोखरा के हिस्सें को जेसीबी के माध्यम से मिटटी भराई का कार्य उग्र ग्रामीणों ने रोकवा दिया और तत्काल पुलिस व प्रशासन को सूचित किया। इसी कड़ी में नावाडेरा के ग्रामीणों ने राजेश कुमार यादव, इस्लाम अंसारी, प्रभुनाथ सिंह व श्रीनिवास सिंह के नेतृत्व में सोमवार को पोखरा के निकट धरना दिया व प्रदर्शन किया।

धरनार्थियों का नेतृत्व कर रहे राजेश कुमार यादव एवं इस्लाम अंसारी ने बताया कि नावाडेरा व पुराना भोजपुर के निकट मुख्य सड़क के किनारे करीब दो सौ साल पुराना तालाब मौजूद है। यह तालाब ग्रामीणों का धरोहर है।उन्होनें बताया कि कुछ लोग कथित फर्जी कागजात को आधार बनाकर दो सौ साल पुरानें तालाब को कब्जा करने का कुत्सित प्रयास कर रहे है। उन्होनें कहा कि तालाब सार्वजनिक संपति है।

एक तरफ सरकार जलसंचय स्थल की सुरक्षा करने व अतिक्रमण मुक्त करने का अभियान चला रखी है। दुसरी ओर कथित भूमि माफिया किश्म के लोग तालाब की जमीन कीमती देख कर जमीन का अतिक्रमण व कब्जा करने का कुचक्र चला रहे है।ग्रामीणों से प्राप्त सूचना के आधार पर डुमरांव की अंचलाधिकारी अंकिता कुमारी सिंह नें धरना स्थल तालाब के पास पंहुच कर धरनार्थियों से भेंट की और उनकी समस्या से रूबरू हुई।

मौंके पर अंचलाधिकारी अंकिता सिंह ने ग्रामीणों को नियमानुकूल कारवाई करने व किसी भी हालत में तालाब को अतिक्रमण मुक्त रखने का आश्वासन दिया।धरना स्थल पर दीपक यादव, अमरेन्द्र कुमार, श्यामलाल सिंह, हरेराम सिंह,अमरेन्द्र सिंह, अशोक यादव, श्रीनिवास यादव एवं राजनाथ सिंह सहित अन्य दर्जनों की संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।