Sheohar, Ravi Shankar : मकर संक्रांति का त्यौहार आने वाला है 14 जनवरी को मनाया जाने वाला मकर संक्रांति अब 15 जनवरी को मनाया जाता है ।इस अवसर पर तिल की सोंधी खुशबू से गुलजार हो गया है बाजार, मकर संक्रांति पर बड़ी डिमांड। शहर सहित विभिन्न चौक चौराहों पर तिलकुट की दुकानें सजी चुकी है। विशेषकर फुटपाथ दुकानों पर टेंट लगाकर तिल की तिलकुट बेचा जा रहा है।
पापड़ी तिलकुट, टिकरी तिलकुट, कटोरी तिलकुट, खोवा तिलकुट, खोवा मिश्रीत तिलकुट ,तिल के लड्डू, चीनी के साथ गुड वाले तिलकुट बाजार में उपलब्ध है। तिल और गुड़ के लड्डू का सेवन करने से बालों की गुणवत्ता बढ़ती है। और स्किन को हेल्थी रखता है। तिल में मौजूद प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन और मैग्नीशियम से सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है ।माना जाता है मकर संक्रांति पर तिल और गुड़ के लड्डू खाने और दान करने का प्रचलन है।
शहर में जयसवाल तिलकुट, रंजीत तिलकुट सहित कई नाम से दुकानें सज चुकी है। कई फ्लेवर के तिलकुट सभी दुकानों पर उपलब्ध है। काला तिल और उजला तिल के लड्डू भी बेचे जा रहे हैं। दुकानदारों ने बताया है कि गत वर्ष की अपेक्षा मकर संक्रांति के दौरान प्रयोग में आने वाले सामानों की कीमत काफी बढ़ जाने के कारण तिलकुट के दामों में भी बढ़ोतरी हुई है। तिलकुट खाने के वैज्ञानिक एवं आयुर्वेदिक फायदे भी है। तिल का तासीर गर्म होती है। ठंड में तिल खाने से लोगों को मौसम का असर कम होता है। कब्ज नहीं होती है तथा पाचन क्रिया बढ़ता है।
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