BIHAR POLITICS : नीतीश मंत्रिमंडल का हो सकता है विस्तार, उपेंद्र कुशवाहा बन सकते है डिप्टी सीएम

पटना

DESK : बिहार की राजनीति में मकरसक्रांति के बाद बिहार मंत्रिमंडल का विस्तार होने जा रहा है। जो खबरें आ रही है उसके अनुसार उपेंद्र कुशवाहा को डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है। राजद की ओर से अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी को मंत्री बनाया जा सकता है। बात एक बार फिर कार्तिकेय को मंत्री बनाने की चल रही थी, मगर नीलम देवी के बनने पर आलाकमान ज्यादा सहमत हैं। कांग्रेस से मदन मोहन झा और अजीत शर्मा के नाम की चर्चा है। इन सारे नामों को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के बीच चर्चा हो चुकी है।

राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि नीतीश कुमार अब उपेंद्र कुशवाहा का सही उपयोग करने जाने रहे हैं। सियासत में संतुलन बनाए रखने के लिए जाने जाने वाले नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को संतुलन में रखने के लिए उपेंद्र कुशवाहा को उपमुख्यमंत्री बनाएंगे। ऐसे भी उनके पास कई महत्वपूर्ण विभाग है।

उपेंद्र कुशवाहा को उपमुख्यमंत्री बनाने का दूसरा कारण यह भी है कि नीतीश कुमार लव और कुश समीकरण को एक बार फिर से धार देने में जुट गए हैं। ऐसा इसलिए कि उपचुनाव में कुशवाहा वोट भाजपा की तरफ ज्यादा मुखातिब रहा। भाजपा ने बड़े सलीके से सम्राट चौधरी को एक नया पद नेता प्रतिपक्ष देकर तुरुप का इक्का चल दिया। इसका फायदा भी भाजपा नेतृत्व को उपचुनाव में दिखा।

ऐसा लग रहा है कि मकर संक्रांति के बाद होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार में दो मंत्री शपथ लेंगे। एक नाम नीलम देवी का चर्चा में हैं। वैसे कार्तिकेय सिंह पर भी चर्चा हुई मगर कहा जा रहा है कि कार्तिकेय की तरफ से ही नीलम देवी का प्रस्ताव लाया गया है। राजद इस बहाने सवर्ण खास कर भूमिहार मतदाताओं को राजद की तरफ आकर्षित करना चाहती है। साथ ही ये बताना भी चाहती है कि राजद अब ए टू जेड पार्टी हो गई है। राजद का मूल मकसद भूमिहार मतों में सेंधमारी की है।

वहीं कांग्रेस के अभी दो ही मंत्री हैं। विधायकों के संख्या बल पर कांग्रेस से चार मंत्री बनने हैं। दो बन चुके है। सवर्ण से दो नाम चर्चे में है। पहला नाम अजीत शर्मा और दूसरा नाम मदन मोहन झा का है। अगर नीलम देवी मंत्री बनेंगी तब तो कांग्रेस से मदन मोहन झा का बनना तय माना जा रहा है। कांग्रेस अल्पसंख्यक से बनाना चाहती है तो शकील अहमद के नाम की चर्चा भी है।

साथ ही हिंदुस्तानी आवाम पार्टी के जीतन राम मांझी भी इस विस्तार में एक मंत्री पद और पाना चाहते हैं। इस बात को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कई बार डिमांड रखा है। माना जा रहा है कि इस मंत्रिमंडल विस्तार में उनकी भी मुराद पूरी हो सकती है।