शिवहर, रविशंकर। कला संकाय में ईडब्ल्यूएस की एक सीट वेकेंट रहने और एक अभ्यर्थी रहने के बावजूद नामांकन सूची में नाम नहीं रहने के कारण नामांकन से वंचित अभ्यर्थी रोष व्यक्त करती हुई प्राचार्य से मिलकर विफर पड़ी है। नगर परिषद वार्ड नंबर 4 निवासी शशि शेखर झा की पुत्री आम्रपाली कुमारी ने ठाकुर रामानंदन सिंह जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान डायट शिवहर में नामांकन पाने को लेकर कला संकाय ( ईडब्ल्यूएस) ऑनलाइन आवेदन किया था। कॉलेज शिवहर के द्वारा 2 जनवरी को नोटिस निर्गत किया था जिसके अनुसार बीसी-1 सीट, ईडब्ल्यूएस -1सीट, एससी -2 सीट तथा एसटी -1 सीट वेकेंट निकाला था। तथा आम्रपाली कुमारी ने बताया कि हमें दूरभाष पर 7 जनवरी 2023 को बताया गया कि नामांकन लेने के लिए कॉलेज पहुंचे। तो कॉलेज पहुंचकर देखा तो मेरा नाम ही नहीं है।
इस बाबत ठाकुर रामानंदन सिंह जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान डाइट शिविर के प्रभारी प्राचार्य उमेश कुमार ने बताया है कि बोर्ड द्वारा प्राप्त निर्देश के आलोक में प्रकाशित सूची के आधार पर यह नामांकन पूर्णतः औपबंधिक है। डीएलडी कोर्स सत्र 2022 से 24 में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति पटना द्वारा प्रेषित रिक्तियां के अनुसार 90 अभ्यर्थियों का औपबंधिक रूप से नामांकन दिया जा चुका है। पुनः बोर्ड के आलोक में विज्ञान एवं कला वाणिज्य संकाय के रिक्त सीटों के नामांकन हेतु मेघा क्रम में औपबंधिक सूची 2 जनवरी को प्रकाशित किया गया है।
प्रभारी प्राचार्य डायट उमेश कुमार ने बताया है कि समयावधि में आपत्तियों के निराकरण के पश्चात अंतिम मेघा सूची प्रकाशन किया गया है। प्रदर्शित रिक्त सीट विज्ञान -4 कला/ वाणिज्य में 6 के विरुद्ध नामांकन हेतु चयनित प्रदर्शित की सूची प्रकाशित है। चयनित अभ्यर्थियों को 11 जनवरी 2023 तक समयवधि पर संस्थान में उपस्थित होकर नामांकन कराने का निर्देश भी प्राप्त है। उन्होंने बताया है कि बिहार परीक्षा समिति संयुक्त परीक्षा आयोजन कराया व परिणाम दिया उसी परिणाम के आधार पर काउंसलिंग कराई गई। प्रत्येक संस्थान (डायट) को अभ्यर्थी आवंटित की और नामांकन कराने का निर्देश दिया तथा बोर्ड अपना पोर्टल पर अपलोड किया गया है।
प्रार्चाय ने बताया कि तृतीय चरण में कुछ सीट रिक्त होने के कारण बोर्ड का निर्देश फिर प्राप्त हुआ, रिक्त के आलोक में अपने स्तर से संस्थान काउंसलिंग कराए, बोर्ड द्वारा दिए गए रिक्त को भरने का निर्देश दिया गया उसी आलोक में संस्थान के द्वारा काउंसलिंग कराई और बोर्ड का भी निर्देश हुआ कि आरक्षण कोटा में उर्दू सीट को भरने की प्राथमिकता दी जाए। इसलिए बोर्ड के निर्देश पर ईडब्ल्यूएस तथा एसटी को हटाकर बाकी को रिक्त को पूर्ण किया गया है।