नवादा (रवीन्द्र नाथ भैया) बालू के खेल में जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली थाना की पुलिस सोमवार को बुरी तरह से उलझ गई। पहले ट्रैक्टर की जब्ती की गई, फिर बचाने का प्रयास किया जाने लगा। माजरा भांपकर ग्रामीण अपना मोबाइल उसी दिशा में केंद्रित कर दिया। परिणाम हुआ कि पुलिस-माफिया की तरकीब काम नहीं आई। अंततः पुलिस को भारी मन से ट्रैक्टर को जब्त करना पड़ा।
बताया जाता है कि रजौली थाना क्षेत्र के हरदिया पंचायत सेक्टर “सी” स्थित पड़रिया नर्सरी के समीप बालू लदी दो ट्रैक्टर को पुलिस द्वारा जब्त किया गया। जिसमें एक ट्रैक्टर के बालू को पुलिस की मौजूदगी में उसी स्थान पर अनलोड किया जाने लगा। तब आसपास के लोग इस घटना की फोटो व वीडियो मोबाइल में बनाने लगे। खुद को फंसता देख पुलिस वाले ट्रैक्टर में बची हुई बालू सहित जब्त कर थाना ले आए। पुलिस वाले ऐसा क्यों कर रहे थे, इसकी पड़ताल की गई तो यह बात सामने आई कि जिस ट्रैक्टर के बालू को अनलोड किया जा रहा था वह वाहन चितरकोली पंचायत की महिला चौकीदार मानती देवी के पुत्र बिनोद यादव का था।
बिनोद की पुलिस वाले से खूब छनती है। सामान्यतः मां की जगह पर थाने में यही ड्यूटी बजाते हैं। पुलिस नुमाइंदे होने के कारण इनपर किसी का नियंत्रण नहीं होता है। पुलिस की हरेक गतिविधियों की खबर उसके पास होने के कारण अवैध धंधा करने में इन्हें आसानी होती है। यही वजह है कि धनार्जय नदी से बालू निकाल कर ट्रैक्टर से हरदिया में गिराने ले जाया जा रहा था। ट्रैक्टर को एसआई जेवियर लकड़ा ने पुलिस बलों के साथ पड़रिया पौधशाला के समीप जब्त किया था।
जब उन्हें चौकीदार के पुत्र का ट्रैक्टर होने की बात पता चली तो बचाने की तरकीब निकालने लगे। इस बीच चौकीदार पुत्र भी वहां पहुंच गए थे। बालू को रास्ते में ही अनलोड किया जाने लगा। लेकिन, पब्लिक ने तरकीब को फेल कर दिया। जो जानकारी मिली है उसमें जब्त दूसरा ट्रैक्टर हरदिया में रहकर डाक्टरी करने वाले बिपीन यादव का बताया गया है।
जब्ती के बाद पुलिस द्वारा खनन विभाग को सूचना दी गई।सूचना मिलने के उपरांत नवादा से खनन विभाग के इंस्पेक्टर अमित कुमार पहुंचे और जुर्माने के साथ प्राथमिकी दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि आधे खाली ट्रैक्टर पर भी पूरा जुर्माना लगाया गया है।
चौकीदार पुत्र शराब मामले में भी जा चुका है जेल :
बताते चलें कि इससे पूर्व शराब की तस्करी में लिप्त होने के कारण चौकीदार पुत्र बिनोद यादव दो बार जेल जा चुका है। जेल से छूटते ही मां की जगह पर थाने में ड्यूटी बजाने लगता है।
बता दें कि जिले में 1 जनवरी 2022 से ही बालू खनन बंद है। लेकिन, बालू की कमी जिले में कहीं नहीं दिखती है। दिनरात अवैध खनन और परिवहन हो रहा है। जिसमें सभी की हिस्सेदारी लगभग तय है।