Muzaffarpur/Beforeprint : ग्रामीण कृषि मौसम सेवा, डा०आर०पी०सी०ए०यू०, पूसा समस्तीपुर एवं भारत मौसम विज्ञान विभाग के सहयोग से जारी 18 से 22 जनवरी, 2023 तक के मौसम पूर्वानुमान के अनुसार पूर्वानुमान की अवधि में उत्तर बिहार के जिलों में मौसम के शुष्क रहने का अनुमान है। अगले 2-3 दिनों तक ठंड का प्रकोप बने रहने की सम्भावना है। सुबह में हल्का कुहासा छा सकता है। दिन में मौसम साफ रहने की संभावना है। पूर्वानुमान की अवधि में अधिकतम तापमान 20 से 22 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 6 से 8 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। इस पूर्वानुमानित अवधि में लगातार पछिया हवा 5 से 7 कि०मी० प्रति घंटा की रफ्तार से चलने की संभावना है। सापेक्ष आर्द्रता सुबह में 75 से 85 प्रतिशत तथा दोपहर में 55 से 65 प्रतिशत रहने की संभावना है।
किसानों के लिए समसामयिक सुझाव
पिछात गेहूँ में दीमक कीट का प्रकोप दिखाई देने पर बचाव हेतु क्लोरपायरीफॉस 20 ई०सी० दवा का 2 लीटर प्रति एकड़ की दर से 20-30 किलो बालू मिलाकर शाम के समय खेत में छिड़काव कर सिचाई करें। बिलम्ब से बोयी गयी गेहूँ की 21 से 25 दिनों की फसल में सिंचाई कर 30 किलो नत्रजन प्रति हेक्टेयर की दर से उपरिवेषन करें।
पिछाल फूलगोभी, पत्तागोभी, गाजर, मूली गटर बैगन, टमाटर एवं मिर्च फसलों में निराई-गुराई एवं सिंचाई करते रहे। इन फसलों में रोग-व्याधि से बचाव हेतु कार्बेन्डाजी (वेविस्टीन) / 2.0 ग्राम प्रति लीटर पानी की दर से घोल बनाकर समान रूप से छिड़काव कर गरमा सब्जी की बुआई के लिए खेत की तैयारी करें। अरहर की फसल में फल मक्खी कीट की निगराणी करे इस कीट के मैगट सर्वप्रथम अरहर के पौधे के तने में छेद करके उसे खाते है जिससे पौधे के तने एवं शाखाये सुखने लगती है। बाद में दाना आने पर बीजों को खाते है। जिस स्थानों पर मैगट खाते है वहाँ कवक एवं जीवाणु उत्पन्न हो जाते है। फलस्वरूप ऐसे दाने खाने योग्य नही रह जाते है और उपज में काफी कमी आती है। इस कीट से बचाव के लिए करताप हाइड्रोक्लोराइड दवा 15 मि०ली० प्रति लीटर पानी की
दर से घोलकर छिड़काव करें विलम्ब से बोई गयी दलहनी फसल में 2 प्रतिषत यूरिया के घोल का छिड़काव एक सप्ताह के अन्तराल पर दो बार करें। मटर की फसल में चूर्णिल फफूंदी (पाउडरी मिल्डयु रोग की निगरानी करें। इस रोग में पत्तीयों, फलों एवं तनों पर सफेद चूर्ण दिखाई पड़ती है। इस रोग से बचाव के लिए फसल में कैराथेन दवा का 1.0 मिलीलीटर प्रति लीटर पानी अथवा सल्फेक्स दवा का 3 ग्राम प्रति लीटर पानी की दर से घोल बनाकर छिड़काव करें। मटर में नियमित रूप से फली छेदक कीट की निगरानी करें। आम एवं लीची के बागों में निकाई-गुडाई नहीं करे ऐसा करने से पेड़ों में पुष्पण की क्रिया तथा फलन प्रभावित होगा। अभी बागों में सिचाई ना करें, इससे पौधो में फलों के जगह नए पत्ते निकलने की संभावना बढ़ जाती है।
खेतों में कम नमी को देखते हुए किसान भाईयों को सलाह दी जाती है कि सब्जियों की फसल में सिंचाई करें। पंचबीन, पालक, मटर, फुलगोभी आदि फसलों पर सिंचाई करें एवं फेंफुदनाषक दवा का प्रयोग करें। अगर पत्तियों पर रोग के धब्बे दिखाई दें, तो मैन्कोजेब दया का 2 ग्राम प्रति लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करे। आलू की फसल की नियमित निरीक्षण करें। अभी इस फसल पर झुलसा रोग का अधिक प्रकोप होने की संभावना है। बचाव के लिए रिडोमिल नामक दवा का 1. 5 ग्राम प्रति लीटर पानी की दर से घोल बना कर छिड़काव करें। खेतों में नमी को देखते हुए आवश्यकतानुसार सिंचाई करें। टमाटर मटर एवं मक्का की फसल मे आवश्यकतानुसार सिचाई करें। जिससे कम तापमान तथा
मक्का की फसल में आवश्यकतानुसार सिंचाई करें। सिंचाई के बाद 25-30 किलोग्राम नेत्रजन प्रति हेक्टेयर की दर से उपरिवेषन करें शीतलहर के प्रभाव से फसल पर हुए नुकसान को कम किया जा सके। मिर्च की फसल में चिप्स कीट की निगरानी करे इसके शिशु / व्यक्त कीट सैकड़ो की संख्या में पाँचो की पत्तियों की निचली सतह पर छिपे रहते हैं और कभी-कभी उपरी सतह पर भी देखे जा सकते हैं। ये पत्तियो, कलियों व फूलों का रस चुसते है। यह कोट मिर्च में बांझी / विषाणु रोग फैलाता है। इससे बचाव हेतु इमिडाक्लोप्रीड 17.8 ई०सी० का 1 मि०ली० या डायमेथोएट 30 ई०सी० का 2 मि०ली० प्रति 3 लीटर पानी की दर से घोल बनाकर फसल पर छिड़काव मौसम साफ रहने पर करें।
चने एवं टमाटर की फसल में फली छेदक कीट के नियंत्रण हेतु फिरोमोन प्रपंश / 3-4 प्रप्स प्रति एकर की दर से उन खेतों में लगायें। पशुपालक भाई दूधारू पशुओं के रख-रखाव एवं खान-पान पर विषेश ध्यान दें हरे एवं शुष्क चारे के मिश्रण के साथ नियमित रूप से 50 ग्राम नमक, 50 से 100 ग्राम सखनिज मिश्रण प्रति पशु एवं दाना खिलायें दुधारू पशुओं के दूध उत्पादन में आयी कमी को दूर करने के लिए नियमित रूप से कैल्सियम की सूई दिलायें अथवा तरल कैल्सियम खिलाये। आज का अधिकतम तापमान 20.2 डिग्री सेल्सियस, रहा जो सामान्य से 2डिग्री सेल्सियस कम तथा आज का न्यूनतम तापमान 5डिग्री सेल्सियस,रहा जो सामान्य से 2.3 डिग्री सेल्सियस कम है।