चंपारण : गन्ना बीज प्रजनन संस्थान कोयंबटूर की देखरेख में 50 गन्ना प्रजातियों की होगी प्रजनन

बगहा

Bagha/Bijay Pathak : तिरुपति शुगर्स लिमिटेड बगहा के प्रबंध निदेशक दीपक यादव के निर्देश पर आज भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, गन्ना वीज प्रजनन संस्थान कोयम्बटूर की निदेशक डॉ. हेम प्रभा जी, गन्ना प्रजनन केंद्र रीजनल सेंटर करनाल के प्रभारी एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. एस. के. पांडेय एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. रविन्द्र कुमार तथा उपनिदेशक गन्ना विकास विभाग बिहार सरकार कुंवर सिंह की उपस्तिथि में एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।

उक्त एमओयू के अनुसार गन्ना वीज प्रजनन संस्थान अपने देखरेख में बगहा चीनी मिल के प्रक्षेत्र पर 50 ऐसी प्रजातियों का परीक्षण करने की सहमति हुई जो जलजमाव को सहन करते हुए अधिक उत्पादन एवं अधिक चीनी परता धारित करती हैं। उक्त प्रजातियों के सफल परीक्षण के उपरांत उन्हें सामान्य बुवाई हेतु कृषकों को उपलब्ध कराया जाएगा। उक्त एमओयू पर चीनी मिल के महाप्रबंधक गन्ना बी.एन.त्रिपाठी एवं कोयम्बटूर की निदेशक डॉ. हेम प्रभा ने हस्ताक्षर किए गए। इसके पूर्व करनाल से आये वरिष्ठ वैज्ञानिकों ने पूरे क्षेत्र का भ्रमण किया।

साथ ही क्षेत्र में लाल सड़न रोग एवं कीटों के प्रकोप का अध्ययन कर समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियो सहित गन्ना किसानों को रोग एवं कीटो के प्रभावी नियंत्रण के सुझाव भी दिए। गन्ना वीज प्रजनन संस्थान एवं चीनी मिल के मध्य हुए इस एमओयू के उपरांत बगहा क्षेत्र के किसानों को निकट भविष्य में रोग रोधी एवं जलजमाव को सहन करने वाली अत्याधुनिक निविनतम प्रजातियों के उपलक्ष्य होने के आसार प्रवल हुए हैं। उम्मीद है कि निकट भविष्य में उक्त एमओयू निवीनतम प्रजातियों के विकास में सहयोग प्राप्त होगा। जिसका लाभ क्षेत्रीय किसानों एवं चीनी मिल को भी प्राप्त होगा।