स्वांग यात्रा के साथ पिकनिक करिए लेकिन बिहार के शिक्षा व्यवस्था के साथ खिलवाड़ मत करिए मुख्यमंत्री जी – अरविन्द सिंह

पटना

DESK : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द सिंह ने कहा है कि स्वांग यात्रा के बहाने ही सही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी जो आप बिहार में घूम-घूम कर पिकनिक कर रहे हैं। आप करिए लेकिन उसी बीच थोड़ा गांव के सरकारी स्कूलों में भी जरा घुम आइए और देखिए कि कैसे आपकी ठगबंधन सरकार ने शिक्षा व्यवस्था को रसातल के गर्त में पहुंचा दिया है। सिर्फ आई वांस के लिए बाहर से रंग रोगन कर दिया है। और अंदर में जहां पर ना स्कूल की बिल्डिंगों की मरम्मत हो रही है। ना स्वच्छता का ध्यान रखा जा रहा है और ना ही छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने पर बल दिया जा रहा है।

मा मुख्यमंत्री जी आप देखिए पिकनिक के साथ-साथ कैसे छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। क्योंकि आप तो स्वांग और पिकनिक करने में मस्त हैं। लेकिन छात्रों की एग्जाम के पेपर बार बार लीक हो जा रहे हैं। उसपर आप अंकुश लगाइए, बिहार की जग हसाई मत कराइए। श्री अरविन्द ने कहा है कि मा मुख्यमंत्री जी, थोड़ा इसके बारे में भी सोचिए, बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ मत कीजिए। अपनी पहली कलम से 10 लाख सरकारी नौकरी देने का झूठा वादा कर जनता के साथ विश्वासघात तेजस्वी यादव जी ने तो किया ही और आप भी स्वांग करने में मदमस्त है बिहार को और बदहाल मत कीजिए।

मा मुख्यमंत्री जी थोड़ा अस्पतालों की और भी कदम बढ़ाए और वहां पर रुई और सुई की व्यवस्था कीजिए दवा तो नदारद ही हैं। और डॉक्टर तो महीना में भी एक आध बार आजाएं तो बहुत बड़ा भाग्यशाली हैं आम जनता। अभी तक आपकी ठगबंधन की सरकार ने 1.25 लाख शिक्षक बहाली लटकाकर रखा है, 1 करोड़ से अधिक बिहार के बच्चें स्कूल तक नहीं जाते हैं। लेकिन इन सबपर आपका ध्यान ना होकर, अपने सरकारी अमला जमला के साथ पिकनिक करने में लगे हैं।

और आपके “कु’शिक्षा” मंत्री जी, हिंदुओं के आस्था को ठेस पहुंचा कर रामचरितमानस जैसे पवित्र ग्रंथ का अपमान कर हिन्दुओं को अपमानित करने के लिए निर्लज्जता पर उतर गए है। अभी भी समय है मा मुख्यमंत्री जी ऐसे शिक्षा मंत्री को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करिए, मुख्यमंत्री जी बिहार को और ज्यादा अपमान मत कराएं मुख्यमंत्री जी। बिहार एवं बिहार के लोग बहुत ही प्रतिभाशाली एवं बुद्धिमान होते है और अपने बुद्धिमता के लिए जाने जाते हैं उनके प्रतिभा के साथ खिलवाड़ मत कीजिए। और स्कूलों में सरस्वती पूजा होने दीजिए उसको मत रोकिए। क्योंकि स्कूल विद्या का मंदिर है।