Rabindra Nath Bhaiya: जिले के उग्रवाद प्रभावित रोह प्रखंड से एक अजीब वाकया सामने आया है। प्रखंड क्षेत्र के कुंजैला गांव की लड़की की शादी एक लड़के से तय हुई। शादी तय होते ही दोनों की आंखें चार होने लगी. लड़का अपनी होनी वाली पत्नी से चुपके-चुपके गांव मिलने आ जाता था. लड़की के घरवालों को ये बातें कतई बर्दाश्त नहीं थी। एक दिन जब लड़का मिलने आया तो लड़की के परिजनों ने सगे संबंधियों को बुलाकर उनकी शादी करा दी।
जोड़े की पहले ही मंदिर में करा दी शादी:-
शादी के मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण महिला-पुरुष ने वर-वधू को आशीर्वाद भी दिया। बताया जाता है कि कुंजैला गांव निवासी और पेशे से मकान पेंटर सिद्धेश्वर प्रसाद की बेटी आरती कुमारी की शादी हिसुआ थाना क्षेत्र के मनमा गांव निवासी सुनील प्रसाद के पुत्र कुंदन कुमार से तय हुई थी। शादी एक मार्च को होनी थी, लेकिन इसी बीच लड़का बराबर अपनी होने वाली पत्नी से मिलने चला आता था। यह बात लड़की के परिजन को नागवार गुजर रही थी। आदत से लाचार युवक होने वाली पत्नी से मिलने चला आया, तब लड़की के पिता ने लड़के के पिता और उसके अन्य संबंधियों को बुलाया और गांव वालों के सहयोग से गांव के देवी मंदिर परिसर में दोनों की शादी करा दी गई। मौके पर उपस्थित बड़ी संख्या में ग्रामीण महिला- पुरुषों ने वर वधु को आशीर्वाद दिया।
गांव में चर्चा का विषय बना विवाह:-
इस शादी की आसपास के इलाके में जमकर चर्चा हो रही है। बताया जाता है कि दोनों के माता-पिता इस शादी समारोह में शामिल हुए और सभी लोगों ने मिलकर दोनों का विवाह संपन्न करा दिया जिसके बाद लड़की अपने ससुराल चली गई। गांव के लोगों ने बताया कि अक्सर युवक शादी तय होने के बाद लड़की से मुलाकात करने के लिए गांव चला आता था। अंत में आकर गांव के लोगों ने युवक की मंदिर में शादी करा दी। लड़की और लड़के ने बताया कि हम लोग काफी खुश हैं। हम लोग चाह रहे थे जल्दी शादी हो जाए, इसलिए मिलने आते थे। शादी आज होती या कल होती शादी तो होनी ही थी। अब हो गई तो हम लोग अपने घर जा रहे हैं।
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