Ashok Tiwari : किसानों की आमदनी दो गुना कराने का दंभ भरने वाली भाजपा सरकार के बाद भी किसान यूरिया खाद के लिए मारा मारा घूम रहा है या फिर मुनाफा खोर दुकानदारो क यहां यूरिया खाद लेने को बाध्य है। खाद की किल्लत खासकर असोहा ब्लाक की एक दर्जन सहकारी समितियों में महीनों से है सहकारी समिति असोहा के प्रभारी सुरेन्द्र कुमार का कहना है कि, खाद समिति में इस लिए नहीं मंगाया क्योकि,जनपद के बिभागीय जुम्मेदारो ने एक सर्त रख दिया है कि यूरिया बोरी के साथ एक बोतल रसायन लेना पड़ेगा जो यूरिया के साथ मिलाकर खेत में डालना है उस बोतल की कीमत 250सौ रू है जिसको किसान लेने को तैयार नहीं है।
सुरेन्द्र कुमार कहते हैं कि,जब किसान रसायन की बोतल नहीं लेते तो मै उसका क्या करूंगा इसी लिए खाद नहीं मंगाया।अब हालत यह है कि,ए आर तथा समिति के प्रभारियो की इस खीचतान में किसानो की जेब ढीली हो रही हैं और किसान मार्केट में मुनाफा खोरो के यहां से 380से लेकर 400सौ रूपये में खाद खरीद रहे हैं। हालत यह है कि, किसानों की आमदनी तो दो गुना होने से रही लेकिन मुनाफा खोर दुकान दारो की आमदनी जरूर दो गुनी हो रही है।