Vikrant : बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर में 30 जनवरी से 19 फरवरी तक देश के 11 राज्यों के वैज्ञानिक आईसीटी के गुर सीखेंगे और अपने राज्यों में जाकर अमल में लाएंगे। आईसीएआर पोषित काफ्ट यानि करियर एडवांसमेंट फैकल्टी ट्रेनिंग की शुरुआत कुलपति डॉo डीo आरo सिंह, IIT भागलपुर के निदेशक प्रोफेसर अरविन्द चौबे, बीसा के वरीय वैज्ञानिक डॉo आरo केo जाट एवं प्रसार शिक्षा निदेशक डॉo आरo केo सोहाने ने संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्वलित कर किया।
इस प्रशिक्षण का विषय है “कृषि विस्तार के लिए आईसीटी आधारित समाधान और न्यू नॉर्मल में मार्केट लिंकेज।” कुलपति ने कहा कि बिहार कृषि विश्वविद्यालय आईसीटी के माध्यम से कृषि प्रसार के क्षेत्र में देश भर के कृषि विश्वविद्यालयों में अग्रणी रहा है। उन्होंने आईसीटी के माध्यम से वैज्ञानिकों को छोटे एवं मझोले किसानों के जीवन में खुशहाली लाने के लिए काम करने का निदेश दिया।
प्रोo अरविन्द चौबे ने बीएयू से हुई MoU की चर्चा करते हुए किसानों के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से स्मार्ट ऐप्प के विकास के बारे में विस्तार से चर्चा की।प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ आर० के० सोहाने ने कहा कि देश के 11 राज्यों के वैज्ञानिक बिहार कृषि विश्वविद्यालय के आईसीटी के मॉडल जैसे सामुदायिक रेडियो स्टेशन, डिजिटल स्टोरी टेलिंग, और कृषि प्रसार के लिए सोशल मीडिया के हो रहे प्रयोग को समझेंगे और अपने -अपने विश्वविद्यालय में जाकर अमल में लाएंगे।
यह प्रशिक्षण विश्वविद्यालय के प्रसार शिक्षा निदेशालय द्वारा आयोजित किया गया है जिसमें आगन्तुक वैज्ञानिक डिजिटल स्टोरी टेलिंग, फोटोग्राफी, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, फ़िल्म प्रोडक्शन, स्क्रिप्ट राइटिंग, ई-मार्किट प्लेस एवं रेडियो प्रसारण इत्यादि विषयों पर प्रशिक्षण लेंगे। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के सभी निदेशक, कृषि अधिष्ठाता सहित कुलसचिव एवं डीन सह जनसंपर्क अधिकारी डॉ राजेश कुमार शामिल हुए। कार्यक्रम का संचालन डॉo सीo केo पांडा तथा धन्यबाद ज्ञापन डॉ आदित्य सिन्हा ने किया।