DESK : जेडीयू के विधान विधान पार्षद राधा चरण साह उर्फ सेठ जी के कई ठिकानों पर आज भी आयकर विभाग की टीम ने दबिश दी है। आयकर टीम ने 125 करोड़ नगदी, 250 करोड़ के लेनदेन के सबूत के साथ-साथ 40 करोड़ के फिक्स डिपाजिट के कागजात बरामद किए हैं। आयकर विभाग की टीम जैसे – जैसे जांच आगे बढ़ा रही है वैसे- वैसे टीम को इनके अकूत सम्पतियों की जानकारी मिल रही है। जेडीयू एमएलसी के आरा स्थित घर पर छापेमारी शुरू की है। आईटी की टीम एमएलसी राधा चरण साह की चल और अचल संपत्ति की जांच कर रही है। इसके बाद जो जानकारी निकल कर सामने आई है उसके मुताबिक आयकर विभाग की टीम साह के आरा शहर स्थित अनाईठ फार्म हाउस को केंद्र (मुख्यालय) बनाया है।
उनके साथ उनके करीबियों के पटना, आरा, बक्सर के अलावा मनाली, हरिद्वार, नोएडा, अलीगढ़, गाजियाबाद, झारखंड और दिल्ली के 28 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी कर रही है। आईटी की टीम ने राधाचरण के लॉकर की चार घंटे तक जांच की है। वहीं, इस रेड के बाद राधा चरण के पार्टनर और उनके परिजन फरार बताए जा रहे हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, आयकर टीम ने जदयू के विधान पार्षद राधा चरण साह के आरा चौक ब्रांच स्थित पीएनबी शाखा में उनके खाते और लॉकर को चार घंटे तक खंगाला।
लॉकर में क्या रखा है और खाते के लेनदेन की पुष्टि अभी नहीं हुई है। लेकिन, यह जानकारी निकल कर सामने आई है कि,बैंक में 10 से 12 पदाधिकारियों की आयकर टीम देर रात तक रही। बताया जा रहा है कि, आयकर की टीम छापेमारी में एक-एक कागजात का अच्छी तरह से जांच कर रही है। इसके बाद संबंधित घरों में उपस्थित लोगों से इसके बारे में पूछताछ की जा रही है। सभी लोगों को कागज को लेकर उन्हें अपना पक्ष रखने का भी मौका दिया जा रहा है।
आपको बताते चलें कि, 70 के दशक में आरा रेलवे स्टेशन के बाहर मिठाई की दुकान से राधा चरण साह उर्फ सेठ जी ने एमएलसी तक का सफर तय किया है। इन्होंने एक मिठाई का दूकान चलाते हुए राजनीतिक क्षेत्र के एक बड़े चेहरे के रूप में उन्होंने खुद को स्थापित किया। इलाके में यह सेठी जी के नाम से जाने जाते हैं। इन्होंने पहली बार राजद कोटे से 2015 में चुनाव लड़ा था। उस चुनाव में इन्होंने राजग गठबंधन के प्रत्याशी हुलास पांडेय को 329 मतों से उन्होंने हराया था।