DESK :- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने समाधान यात्रा के क्रम में पूर्वी चंपारण जिले में विभिन्न विभागों द्वारा चलाए जा रहे विकास कार्यों की प्रगति के संबंध में समाहरणालय स्थित डॉ० राधाकृष्णन सभा भवन में समीक्षात्मक बैठक की। बैठक में विधान पार्षदगण एवं विधायकगण तथा विभिन्न विभागों के अपर मुख्य सचिव / प्रधान सचिव / सचिव शामिल हुए। बैठक में पूर्वी चंपारण के जिलाधिकारी श्री शीर्षत कपिल अशोक ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से जिले में विभिन्न विभागों द्वारा चलाई जा रही विकास योजनाओं के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने हर घर नल का जल, हर घर तक पक्की गली-नालियां, बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना/ कुशल युवा कार्यक्रम, सात निश्चय -1 के तहत जिले में निर्माण किए जाने वाले भवनों की स्थिति, पॉलिटेक्निक संस्थानों में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना एवं मत्स्य संसाधन के विकास के संबंध में जानकारी दी।
साथ ही मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के शैक्षणिक उत्थान के लिए आवासीय विद्यालय, मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति छात्रावास अनुदान योजना, महादलित सामुदायिक भवन सह वर्क शेड योजना, जीविका समूह का गठन, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, उच्चतर शिक्षा हेतु महिलाओं को प्रोत्साहन, अल्पसंख्यक छात्रावास योजना, मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक छात्रावास अनुदान योजना, अल्पसंख्यक मुस्लिम परित्यक्ता/तलाकशुदा महिला सहायता योजना, मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक रोजगार ऋण योजना, मुख्यमंत्री पिछड़ा वर्ग एवं अत्यंत पिछड़ा वर्ग छात्रावास योजना, अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण छात्रावास योजना (पिछड़ा एवं अत्यंत पिछड़ा वर्ग के लिए), जननायक कर्पूरी ठाकुर छात्रावास योजना (अति पिछड़ा वर्ग हेतु) हर खेत तक सिंचाई का पानी एवं बाल हृदय योजना सहित अन्य योजनाओं के संबंध में भी मुख्यमंत्री को जानकारी दी गयी। समीक्षा बैठक में शामिल जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री के समक्ष अपने-अपने क्षेत्र की समस्याएं रखीं। जनप्रतिनिधियों की समस्याओं के समाधान हेतु मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया।
समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि उच्चतर शिक्षा हेतु महिलाओं को प्रोत्साहित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री बालिका प्रोत्साहन योजना का लाभ तेजी से दिलाएं, कोई भी छूटे नहीं। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति के लिए बचे हुए आवासीय विद्यालयों का निर्माण कार्य तेजी से पूर्ण करें। मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत आधार पंजीकरण का काम तेजी से कराएं, कोई भी छूटे नहीं, इसका ध्यान रखें। बाल हृदय योजना के तहत बचे हुए प्रभावित रुग्ण बच्चों के इलाज का प्रबंध कराएं। उन्होंने कहा कि सभी सड़कों को मेंटेन रखें। ग्रामीण सड़कों के मेंटेनेंस पर विशेष ध्यान दें। जनप्रतिनिधियों ने अपने क्षेत्र की समस्याओं के संबंध में जो सुझाव दिए हैं, उस पर गौर करें।
पूर्वी चंपारण के जिलाधिकारी श्री शीर्षत कपिल अशोक ने हरित पौधा और प्रतीक चिह्न भेंटकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। समीक्षा बैठक में वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन मंत्री सह पूर्वी चंपारण जिले के प्रभारी मंत्री श्री सुनील कुमार, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री श्री आलोक कुमार मेहता, पंचायती राज मंत्री श्री मुरारी प्रसाद गौतम, विधि मंत्री श्री शमीम अहमद, विधान पार्षदगण एवं विधायकगण, मुख्य सचिव श्री आमिर सुबहानी, पुलिस महानिदेशक श्री आर०एस० भट्टी, संबंधित विभागों के अपर मुख्य सचिव / प्रधान सचिव / सचिव, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, तिरहुत प्रमंडल के आयुक्त श्री गोपाल मीणा, पुलिस उप महानिरीक्षक चंपारण रेंज श्री प्रणव कुमार प्रवीण, पूर्वी चंपारण के जिलाधिकारी श्री शीर्षत कपिल अशोक और पूर्वी चंपारण के पुलिस अधीक्षक श्री कांतेश कुमार मिश्रा सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।
समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि समाधान यात्रा का मकसद सरकार द्वारा चलाये जा रहे कार्यक्रमों के बारे में जानकारी लेना, विकास का काम कितना हुआ है और कितना बाकी है, इसे देखना है। इसके अलावा लोगों की और कोई जरूरत है, उसे जानने और समझने के लिए हमलोग यात्रा पर निकले हैं। इसी सिलसिले में यहां पर आकर हमने विकास कार्यों का जायजा लिया है। यहां पर काफी अच्छा काम हो रहा है। समीक्षा बैठक में लोग जानकारी देते हैं कि कहां पर क्या कमी है। समीक्षा बैठक में भी विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहते हैं और कुछ अधिकारी पटना से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भी जुड़े होते हैं।
समस्या के समाधान को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिया जाता है। एक-एक काम को पूरा कराना है। पहले की घोषणाएं अगर पूरी नहीं हुई हैं तो उसे पूरा करना है। अगर कहीं पर और काम करने की आवश्यकता है, उसे भी हमलोग करेंगे। हमारी यात्रा का मकसद ही यही है। अब तक की सभी जगहों की यात्रा अच्छी रही है। सभी जगहों पर हमलोग घूमते रहे हैं। बाढ़ के समय भी एक-एक इलाके में जाकर हमलोग जायजा लेते हैं। यह राष्ट्रपिता महात्मा गांधी यानि बापू की धरती है। बापू 1917 में यहां आये थे। इसको लेकर हमलोगों ने वर्ष 2017 में शताब्दी समारोह का आयोजन कराया था। अभी हमारी यात्रा का मकसद यही है कि जो काम कराये जा रहे हैं, उसे देखना और इसके अलावा और क्या होना चाहिए, उन सब चीजों को जानना और समझना। अभी दूसरी बातों पर हम ध्यान नहीं दे रहे हैं।