DESK : बिहार के पूर्णिया में शनिवार को महागठबंधन की महारैली का आयोजन किया गया था. इस दौरान खुले मंच से नीतीश कुमार, ललन सिंह ने भी लालू यादव और महागठबंधन के साथ मिलकर बीजेपी को धूल चटाने की बातें कहीं. वहीं बीजेपी ने जेडीयू नेता पर हमला करते हुए उनके पुराने बयान का एक वीडियो ट्वीट कर दिया. बीजेपी नेता निखिल आनंद ने ट्वीट करते हुए ललन सिंह का एक पुराना वीडियो साझा किया
जिसमें वह स्टेज से लालू को जमकर लताड़ रहा थे. कह रहे थे कि लालू ने उनसे पूछा था कि वो उनके पार्टी में क्यों नहीं चले आते? इस पर कहा था कि माथा खराब है क्या मेरा. उनकी पार्टी में आने से अच्छा तो पटना के डाकबंगला चौराहे पर पान की दुकान खोल लेंगे. फिर स्लीपर घोटाले को लेकर ललन सिंह के पास फोन आया था कि फंसा देंगे, इसपर उन्होंने कहा कि लालू का बाप भी हमको नहीं फंसा सकता. उन्होंने इसमें लालू पर मुकदमा दर्ज कर दिया. कहा था कि हम बीजेपी एक साथ हैं और वो कुछ नहीं कर सकते.
निखिल आनंद ने उनका शनिवार महारैली वाला वीडियो शेयर किया जिसमें वो कह रहे कि महागठबंधन के साथ मिलकर हमें इस देश को बचाना है. लालू यादव जंगलराज के प्रतीक नहीं है, बिहार में सामाजिक न्याय के प्रतीक हैं. उनका इतिहास नहीं जानते हैं, भूगोल नहीं जानते हैं. बीजेपी चाहे तो कुछ भी कर ले लेकिन हम लोगों को हिला नहीं सकती है. इन दोनों वीडियो को लेकर निखिल आनंद ने कहा कि इन दो बयानों से इस आदमी का पूरा चाल- चरित्र- चेहरा समझ सकते हैं. राजनीति की नीति- नैतिकता- सिद्धांत की बुनियाद पर आकलन करें तो इस आदमी को सिर्फ पिद्दी या फिर पिद्दी का दुम ही कहा जा सकता है. उन सभी को शर्म आनी चाहिए जो भी इस व्यक्ति के नेतृत्व में राजनीति कर रहे हैं.
इसके अलावा कहा कि इस आदमी ने जिस तरीके से राजनीति शुरू की थी उसकी यही परिणति है. ये मां-बहन की गाली सुन मानहानि का मुकदमा वापस ले, उल्टा माफी मांग ले. जिसके खिलाफ मुकदमा दायर किया, उसी के चरणों में लोट- घोलट जाते हैं. राजनीति में इस व्यक्ति का उच्चतम और मर्यादा के हिसाब से निम्नतम स्तर है.