Rabindra Nath Bhaiya: शिक्षक ने पहले फेसबुक पर सुसाइड नोट पोस्ट किया फिर सिर में खुद को गोली मार ली। घटना हिसुआ थानाक्षेत्र के उडसा टाल की है। मृतक की पहचान हिसुआ के करमचक निवासी महेंद्र सिंह के पुत्र एवं मेसकौर प्रखंड के बडोसर पंचायत अंतर्गत नवसृजित प्राथमिक विद्यालय अधगावां में कार्यरत शिक्षक उत्तम कुमार के रुप में हुई है। घटना के संबंध में मृतक के पिता महेंद्र सिंह ने बताया कि मेरा पुत्र उत्तम कुमार मेसकौर प्रखंड के बड़ोसर पंचायत के अधगांवां में शिक्षक के पद पर कार्यरत था। सुबह जब वह स्कूल जा रहा था तब मैंने उसे बुट पहनने को कहा था। चुकि वह पहले भी दो बार गुस्सा में घर छोड़ भाग गया था।
इसलिए कुछ घंटे बाद उसके मोबाइल पर बात कर कंफर्म हुआ था तो बताया कि बच्चों को पढ़ा रहें हैं। लेकिन कुछ घंटे के बाद फेसबुक के माध्यम पर पोस्ट किया गया। सुसाइड नोट के बारे में गांव के युवकों के द्वारा पता चला, जिसके बाद उसका खोजबीन आरंभ किया। लेकिन पता नहीं चला। कुछ समय बाद गांव के बगल में ही उडसा – बगोदर के टाल में उसकी लाश क्षतविक्षत और संदिग्ध अवस्था में पड़ी थी और पास में रिवाल्वर पड़ा था।
मृतक युवक तीन भाइयों में सबसे छोटा था। युवक की मौत की खबर सुन पिता, भाई सहित घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है। सूचना पर सर्कल इंस्पेक्टर, थानाध्यक्ष मोहन कुमार, सहित पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंचकर आत्महत्या करने वाले रिवाल्वर एवं शव अपने कब्जे में ले लिया है। जिसके बाद कागजी कार्रवाई करते हुए पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है।
मेसकौर के एनपीएस अधगावां में शिक्षक के पद पर थे कार्यरत, उडसा टाल की घटना:-
उत्तम ने सुसाइड के पहले फेसबुक पर लिखा कि…” मैं उत्तम अपने होशो हवास में लिख रहा हूं कि मैं अब दुनिया छोड़ रहा हूं इसकी जिम्मेदारी मैं खुद ले रहा हूं। इस घटना को मैं खुद अपनी इच्छा से अंजाम दे रहा हूं। मैं इच्छा मृत्यु को प्राप्त करना चाहता हूं। मैं अपनी अंतरात्मा से मृत्यु चाहता हूं। मुझे ना तो कोई घर वाला परेशान किया है ना ही बाहर वाला और ना ही मेरे स्कूल से परेशानी है। स्कूल के सारे टीचर मुझे बहुत प्यार और सम्मान देते हैं। कुछ लोग शादी का आरोप ना लगाएं कि शादी नहीं हुई तो ऐसी घटना घटी। यह सिर्फ अफवाह होगा।
मुझे किसी से कोई दुश्मनी नहीं है। मैं किसी से परेशान भी नहीं हूं। मैं सभी से विनती करता हूं कि किसी को इस घटना में ना फंसाए। सभी का एक दिन अंत होता ही है, इसलिए मैं भी आज इस संसार को छोड़ रहा हूं। मैं इस संसार से बहुत ही प्यार करता हूं। मेरे ग्रामवासी, किसी को झूठ इल्जाम में ना फसाएं। मैं अपने परिवार से भी बहुत प्यार करता हूं। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि इस संसार ग्राम परिवार वाले को खुश रखें। मेरे बारे में सोच कर अपनी मानसिकता को खराब ना करें। जय हिंद। उत्तम कुमार”