पृथक क्रिकेट एसोसिएशन के लिए पूर्व व वर्तमान खिलाडियों का प्रदर्शन

कानपुर

BHUPENDRA SINGH : प्रदेश के लगभग 35 जिलों के क्रिकेटरों के लिए अलग से एक क्रिकेट एसोसिएशन की मांग को लेकर चल रही मुहिम एक बार फिर से रंग में लौटने लगी है। क्रिकेट प्लेयर एसोशिसएन उत्तर प्रदेश के नेतृत्व में क्रिकेट एसोसिएशन पूर्वाचंल के मॉंग को लेकर मऊ के भीमराव अम्बेरडकर स्टे‍डियम में प्रदर्शन किया । पृथक संघ को लेकर जन जागरण अभियान अन्य जिलो के ही भांति चलाया गया जिसको सम्बो्धित करते हुए क्रिकेट एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष अरविन्द सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के द्वारा पूर्वाचंल के क्रिकेट खिलाड़ीयों के साथ घोर अन्याय किया जा रहा है।

दूसरे राज्य के खिलाड़ी को यूपी क्रिकेट टीम स्थान दिया जा रहा है और पूर्वाचंल के 16 जिलों सहि‍त यूपी के 35 जिलो को उत्तर प्रदेश एसोसिएन द्वारा मान्यता नही दी गई। इन जिलो के खिलाड़ि‍यों के साथ घोर अन्याय किया जा रहा है। प्रदेश महासचिव मनोज राय ने बोला मऊ क्रिकेट एसोसिएशन को अभी तक मान्यता नही दी गई। जहाँ इस जनपद के खिलाड़ी दर-दर भटक रहे है.. मऊ क्रिकेट एसोसिएशन को मान्यता दिलाने के लिए जोरदार आन्दोलन किया जायेगा ताकि जनपद के खिलाड़ि‍यों को न्याय मिल सकें। महासचिव शाहि‍द ने कहा इस जनपद के खिलाड़ि‍यों के साथ लम्बे समय से अन्याय होता आ रहा है जो अब बर्दाश्त नही किया जायेगा।

सचिव .ने कहा गुजरात प्रान्त की जनसंख्या 6 करोड़ है। यहा पर तीन क्रिकेट एसोसिएशन है 1 गुजरात क्रिकेट एसोशिसएन 2. सौराष्ट्रा क्रिकेट एसोसिएशन 3. बडौदा क्रिकेट एसोसिएशन है। महाराष्ट्रा की जनसंख्या 12 करोड़ में तीन क्रिकेट एसोसिएशन 1. मुम्बई क्रिकेट एसोसिएशन 2. महाराष्ट्रा क्रिकेट एसोसिएशन 3. बिदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन एवं चन्डीगढ एवं हैदराबाद कम जनसंख्या वाले शहरो में क्रिकेट एसोसिएशन है तो 25 करोड़ जनसंख्या वाले राज्य यूपी में तीन क्रिकेट एसोसिएशन होने चाहिए इसलिए क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ पूर्वाचल की माँग कि जा रही है।

क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ पूर्वाचंल की मॉग को जायज ठहराते हुए अब इस तरह का आन्दोलन चलाया जाता रहेगा जिससे पूर्वाचंल के क्रिकेट खिलाड़ि‍यो को न्याय मिल सकेगा। क्रिकेट प्लेयर एसोशिसएन से सम्बन्धित पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से आवाज उठायी है कि उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन में बडे भ्रष्टाचार को देखते हुए सीबीआई एवं ईडी द्वारा जॉच करा कर दोषि‍यों को जेल भेजा जाय ।