नवादा (रवीन्द्र नाथ भैया) जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली थाना क्षेत्र के डोपटा गांव में हुई इंटरमीडिएट की छात्रा मोनिका की हुई हत्या का जिन्न आखिरकार बाहर आ गया है। चार दिनों तक हत्याभियुक्तों द्वारा नजरबंद से मुक्त हुए माता-पिता ने थाने में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है। ऐसा तब हुआ जब मोनिका की हत्या की खबर का खुलासा इस संवाददाता द्वारा सोशल मीडिया पर किया गया। बकौल मृतका के पिता उमेश पाण्डेय पांच बहनों में बड़ी बहन मोनिका कुमारी इंटरमीडिएट की छात्रा थी। पढ़ाई के क्रम में एक दिन गांव के ही युवक सोनू कुमार पिता रुपा सिंह ने मोनिका के साथ उस समय सूनसान स्थान पर जबरन दुष्कर्म किया जब वह पढ़कर घर वापस आ रही थी।
लोकलाज के कारण मामले को तुल देना उचित नहीं समझा। बावजूद सिलसिला कमने के बजाय जारी रहा। इस क्रम में मोनिका गर्भवती हो गरी लेकिन अपने पहले प्यार को जाया करने से इंकार कर दिया। इसके साथ ही सोनू पर शादी का दबाव बनाना शुरू कर दिया लेकिन मां- बाप ऐसा करने को तैयार नहीं थे। इस बीच मोनिका को उसके माता-पिता ने चार दिन पूर्व दोपहर में अपने घर बुलाया तथा गर्भपात कराने तथा सोनू को भूल जाने का दबाव बनाना आरंभ कर दिया। नहीं मानने पर शरीर पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी जिससे मोनिका की मौत हो गई।
मौत की सूचना मिलते ही जब पत्नी के साथ सोनू का घर पहुंचा तब मोबाइल छिनकर न केवल कमरे में बंद कर दिया बल्कि साक्ष्य छुपाने के लिए शव को जला डाला। हत्या में सोनू वह उसके माता-पिता की प्रमुख भूमिका रही है। उन्होंने थानाध्यक्ष को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है। अब जब पीड़ित ने थाने को आवेदन दिया है तब सारे परिवार घर छोड़ फरार होने में सफल रहा है।
इस प्रकार मोनिका की हत्या का गेंद अब पुलिस के पाले में है। पीड़ित को न्याय मिल पायेगा या नहीं यह भविष्य के गर्भ में है। लेकिन हत्या का जिन्न आखिरकार बाहर निकल पाने में सफल रहा है तो खबर की सत्यता पर मुहर लगी है ।