DESK : चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने सोमवार को बिहार की महागठबंधन सरकार पर हमला बोला. प्रशांत किशोर जन सुराज पदयात्रा के दौरान बनियापुर प्रखंड में मीडिया से बात कर रहे थे. पीके ने कहा कि अगस्त में महागठबंधन की सरकार बनी और जब अक्टूबर में पदयात्रा की उन्होंने शुरुआत की तो लोग कहते थे कि आरजेडी के सत्ता में आने के बाद कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है. जब उनकी पदयात्रा सीवान पहुंची उसके बाद से वो यह सुन रहे हैं कि किसी का मर्डर हो गया तो किसी का अपहरण हो गया.
पीके ने कहा कि जो डर लोगों के मन में था वो कहीं न कहीं सच साबित होता दिख रहा है. आरजेडी जब भी सरकार में होती है लोगों का जो अनुभव रहा है उससे कानून व्यवस्था खराब होने की आशंका बनी रहती है. यह डर अब जमीन पर दिखने लगी है. पीके ने जन सुराज पदयात्रा के 170वें दिन की शुरुआत सारण के बनियापुर प्रखंड की लौंवा कला पंचायत स्थित संत जलेश्वर एकेडमी मैदान में सर्वधर्म प्रार्थना से की.
बनियापुर प्रखंड में मीडिया संवाद के दौरान बिहार के सीएम पर हमला करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार जैसे पढ़े-लिखे व्यक्ति के मुख्यमंत्री रहते हुए बिहार की शिक्षा व्यवस्था का ध्वस्त हो जाना उनके कार्यकाल का सबसे बड़ा काला अध्याय है. ऐसा इसलिए है कि यदि कोई सड़क टूट गई है तो कल एक अच्छी सरकार आएगी तो सड़क बन जाएगी, लेकिन शिक्षा व्यवस्था के ध्वस्त हो जाने की वजह से यदि कल को कोई अच्छी सरकार आ भी जाए तो भी जो दो पीढ़ियां इस शिक्षा व्यवस्था से निकल गईं तो उनको जीवन भर शिक्षित समाज के पीछे ही रहना पड़ेगा. अब तो बहुत मुश्किल है कि वो जाकर अपने आपको शिक्षित कर पाएंगे, ये उन लोगों के लिए बहुत बड़ा दुर्भाग्य है.
प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार के बच्चों की मूलभूत समस्या है शिक्षा और रोजगार. जब तक आप इसके नाम पर वोट नहीं करेंगे तब तक कोई भी सरकार या कोई भी व्यवस्था आ जाए आपकी स्थिति नहीं सुधरेगी. अगर आप वोट भारत-पाकिस्तान के नाम पर करते हैं तो टीवी पर भारत-पाकिस्तान ही देखने को मिलता है. वोट राम मंदिर के नाम पर किया है तो 30 वर्ष के बाद ही सही राम मंदिर बन ही रहा है. ये कुछ उदाहरण है जो हमें बताते हैं कि जिस नाम पर हम वोट करते हैं वो हमको मिल रहा है.