नवादा (रवीन्द्र नाथ भैया) सूर्योपासना का चार दिवसीय लोक आस्था का महापर्व चैती छठ नहाय-खाय के साथ शनिवार से शुरू हुआ । छठव्रती व श्रद्धालु पवित्र जल से स्नान कर इस कठिन महापर्व की शुरुआत किया और अगले चार दिनों तक तमाम दुनिया दारी से दूर रहकर भगवान भास्कर की उपासना में लीन रहेंगे। छठ को लेकर रजौली जिले के विभिन्न हिस्सों में चहल पहल काफी बढ़ गयी है। गांव हो या शहर चारों ओर उत्साह का वातावरण है और लोग छठ व्रत से संबंधित सामग्री की खरीदारी में जुटे है।
दो तीन दिन पहले से ही छठव्रती पूरी पवित्रता के साथ प्रसाद बनाने के लिए गेंहू,चावल और दाल को धोने व छत पर सुखाने में जुटी रही। कड़ी धूप के बावजूद श्रद्धालु छत और आंगन में बैठकर प्रसाद के लिए अनाज सूखा व चुन रही थी। दाल एवं कद्दू का प्रसाद:- छठ पर्व के पहले दिन यानी नहाय खाय को लेकर आज दाल कद्दू का प्रसाद बनाया गया। अरवा चावल,दाल,कद्दू,आकाश के फूल का बजका सब्जी आदि को लोग प्रसाद के रूप में ग्रहण किया।
जिनके यहां छठ पर्व नहीं होता है, उन्हें प्रसाद खाने का विशेष आमंत्रण दिया गया था।सूर्योपासना का चार दिनी त्योहार में छठ व्रतियों को पूरी पवित्रता एवं नियम-कर्म के अनुसार ही इस व्रत को पूरा करना होता है। उगते एवं डूबते भगवान भास्कर को जल देने एवं स्नान करने से चर्म रोगों सहित सभी तरह के दैहिक व दैविक तापों से मुक्ति मिलती है।
अब तक कई नदी घाटों की नहीं हो सकी साफ-सफाई:-
छठ घाटों की सफाई के दावे फेल हो रही है। रजौली शहरी क्षेत्र में नदी छठ घाटों की सफाई नहीं हो सकी है। इस बीच नगर पंचायत की सरकार व प्रशासन का दावा है कि सभी घाटों की सफाई कराई जा चुकी है। काफी कम दिन समय बचा है। नगर पंचायत में यह बात समाने आई। सभी प्रमुख छठ घाट की साफ सफाई का दावा प्रशासन कर रही है। इसके साथ ही जिले से भारी संख्या में छठव्रती व श्रद्धालु हंडिया- बड़गांव सूर्य मंदिर छठ करने रवाना हुए हैं।