नवादा (रवीन्द्र नाथ भैया) : धरोहर संरक्षण के लिए आमलोगों की भागीदारी आवश्यक है। नारद: संग्रहालय की स्वर्ण जयंती वर्ष में जो धरोहरों के संरक्षण हेतु जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है उसके सुखद परिणाम आना शुरू हो गया है।
नगर परिषद वारिसलीगंज के माफी गांव के लोगों द्वारा अपने गांव में पड़ी हुई प्राचीन प्रतिमाओं को संग्रहालयाध्यक्ष डा. शिव कुमार मिश्र को सौंपा गया। धरोहर संरक्षण के लिए प्रयास करने वाले चार लोगों को संग्रहालय द्वारा सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पूर्व प्रधानाचार्य प्रोफेसर बच्चन कुमार पाण्डेय ने धरोहर प्रेमी संजीत कुमार को सम्मानित किया तथा कहा कि संग्रहालय द्वारा चलाये जा रहे जागरूकता अभियान से आमलोगों मे अपनी विरासत को बचाने की ललक जगी है।
प्रोफेसर अशोक प्रियदर्शी ने श्री निरंजन कुमार को सम्मानित करते हुए कहा कि पचास साल के बाद पुनः लोगों द्वारा प्राचीन मूर्तियों को संग्रहालय मे जमा करना शुरू हो गया है जो नवादा के विरासत संरक्षण के लिए एक अच्छी शुरुआत है! माफी गांव के ही सुशील सिंह एवं विक्की कुमार को अंगवस्त्र एवं फूलों के माला से सम्मानित करते हुए संग्रहालयाध्यक्ष डा. शिव कुमार मिश्र ने बताया कि माफी गांव के लोग जो इन मूर्तियों को गंगा में विसर्जित करनेवाले थे, लेकिन मुझे खुशी है कि मेरे आग्रह पर संग्रहालय में जमा कर दिये हैं। इनमें सूर्य, विष्णु, महिषमर्दिनी, उमा -महेश्वर, गणेश एवं बुद्ध की भग्न प्रतिमाएं प्रमुख हैं।
ये सभी मूर्तियाँ पूर्व मध्यकालीन हैं। ये सभी प्रतिमाएं तत्कालीन समाज की धार्मिक अवस्था को प्रतिबिंबित करती है कि यहाँ के लोगों मे धार्मिक समन्वय स्थापित थी।शैव,वैष्णव, शाक्त, सौर, बौद्ध आदि संप्रदायों के लोग एकसाथ पूजा अर्चना किया करते थे। पंचदेवता को पूजने की परम्परा का यहां अकाट्य प्रमाण मिलता है।
डा. मिश्र के अनुसार इन्हें जल्द ही पैडेस्टल निर्माण कराकर दीर्घा में जल्द प्रदर्शित की जायेगी। सम्मान समारोह में प्रत्यूष आनंद, श्याम सुंदर पासवान, सुनीता देवी, गगन मिश्र, रवि कुमार, विक्रम, संतोष कुमार, मधुसूदन सिंह, परमानंद सिंह, राज कमल मिश्र, गायत्री, कमली के अलावा संग्रहालय के सभी कर्मचारी उपस्थित रहे।