DESK : विपक्षी एकजुटता की मुहिम को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चार दिवसीय दौरे पर दिल्ली पहुंचे। इस दौरान उन्होंने राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल समेत विपक्ष के कई नेताओं से मुलाकात की है। इसी बीच बीजेपी ने नीतीश की इस मुहिम पर जोरदार हमला बोला है। बीजेपी सांसद और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने विपक्ष के नेताओं से नीतीश की मुलाकात पर निशाना साधा है। सुशील मोदी ने कहा है कि सात दल मिलकर जब बिहार में बीजेपी का मुकाबला नहीं कर पा रहे हैं तो देश में बीजेपी से कैसे मुकाबला करेंगे। नीतीश विपक्ष को नहीं बल्कि भ्रष्टाचारियों को एक करने निकले हैं।
सुशील मोदी ने कहा है कि नीतीश कुमार से घर तो संभल नहीं रहा है और देश संभालने चल दिए हैं। बिहार में तीन उपचुनाव हो चुके हैं, सात दलों ने मिलकर अपनी पूरी ताकत झोंक दी। बीजेपी ने उन्हें गोपालगंज में कुढ़नी में उन्हें हराने का काम किया जबकि मोकामा उपचुनाव में करीब 64 हजार वोट बीजेपी को मिले। जो लोग अपने राज्य के अंदर बीजेपी का मुकाबला नहीं कर पा रहे हैं, वे लोग देश में क्या मुकाबला करेंगे। यह विपक्ष को एक करने का नहीं बल्कि भ्रष्चाचारियों को एकजुट करने का प्रयास है।
सुशील मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ सीबीआई और ईडी की जो कार्रवाई हो रही है, उससे सभी भ्रष्टाचारियों में खौफ हो गया है और ये डरे हुए लोग सिर्फ नरेंद्र मोदी का मुकाबला करने के लिए एकजुट हो रहे हैं। अभी कर्नाटक का चुनाव हो रहा है, नीतीश कुमार कुमारस्वामी और कांग्रेस के बीच समझौता करा दें। ये जितने भी भ्रष्टाचार में लिप्त लोग हैं वो एकजुट होने की कोशिश कर रहे हैं। यह लड़ाई ईमानदारी और भ्रष्टाचार के बीच की है। ये लोग लाख कोशिश कर लें तो भी नरेंद्र मोदी का मुकाबला नहीं कर सकेंगे।
बीजेपी सांसद ने कहा कि नीतीश कुमार भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देने का काम कर रहे हैं। जो लालू परिवार भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरा हुआ है। जिस परिवार के एक एक आदमी को ईडी और सीबीआई पूछताछ के लिए बुला रही है। बिहार के डिप्टी सीएम 32 साल की उम्र में 52 संपत्तियों के मालिक बन गए। जो लोग भष्टाचार में पूरी तरह से लिप्त हैं उनको नीतीश कुमार एकजुट करने निकले हैं। सुशील मोदी ने कहा कि देश तय करेगा कि उनको एक ईमानदार प्रधानमंत्री चाहिए या भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों की एकता।