-इमाम इलियासी ने दिया अमन और शांति का पैगाम
DESK : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के मुख्य संरक्षक ने देश की एकता, अखंडता और भाईचारे पर ज़ोर दिया है। साथ ही साथ देश में माहौल खराब करने वाली साजिशों की उन्होंने कड़ी शब्दों में निंदा की है। इंद्रेश कुमार ने कहा कि समाज को बांटने के लिए असद अहमद की मुठभेड़ को राजनीतिक लोग हिंदू मुस्लिम का रंग दे रहे हैं। उन्होंने बिना समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव व एआइएमआइएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी का नाम लिए कहा कि इन लाेगों को पहले ही जनता ने नकार दिया है। अगर वे लोग ऐसे लोगों को संरक्षण नहीं दिए हाेते तो यह दिन नहीं देखना पड़ता।
गौरतलब है कि अखिलेश यादव ने एनकाउंटर मामले में ट्वीट करते हुए बीजेपी सरकार की आलोचना की थी। उन्होंने ट्वीट किया था कि झूठे एनकाउंटर करके बीजेपी सरकार असल मुद्दों से ध्यान भटकाना चाह रही है। उन्होंने आरोप लगाया था कि भाजपाई न्यायालय में विश्वास ही नहीं करते हैं। इसी प्रकार ओवैसी ने भी सरकार की तीव्र आलोचना की थी। इन सभी बातों को सिरे से खारिज करते हुए इंद्रेश कुमार ने विपक्ष को निशाने पर लिया। इंद्रेश कुमार इंडिया इस्लामिक सांस्कृतिक केंद्र में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच द्वारा आयोजित रोजा इफ्तार कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि ऐसे राजनीतिज्ञों को आम लोगों की तकलीफों को भी देखना चाहिए। संघ नेता ने कहा कि जिन दोनों लोगों की मुठभेड़ हुई है उनके सर पर सरकार ने 5 – 5 लाख रुपए का इनाम रखा था। ऐसे कातिल किसी भी सभ्य समाज के लिए कलंक के रूप में देखे जाने चाहिए और इनका पुरजोर विरोध होना चाहिए न कि तुष्टिकरण और वैमनस्य फैलाने की ओछी राजनीति की जानी चाहिए। इफ्तार शुरू होने के ठीक पहले आल इंडिया इमाम ऑर्गनाइजेशन के मुख्य इमाम डा. इमाम उमेर अहमद इलियासी ने देश और दुनिया में शांति के लिए दुआ पढ़ी। उन्होंने चौतरफा अमन एवं शांति पर ज़ोर दिया तथा असमाजिक तत्वों की आलोचना की।
इस मौके इंडिया इस्लामिक सांस्कृतिक केंद्र के अध्यक्ष सिराजुद्दीन कुरैशी, राष्ट्रीय अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्था आयोग (एन.सी.एम.ई.आई.) के सदस्य शाहिद अख्तर, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक डॉक्टर माजिद तालिकोटी, बिलाल उर रहमान, महिला विंग की राष्ट्रीय संयोजिका शालिनी अली, राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी शाहिद सईद, मंच के कई वरिष्ठ पदाधिकारियों, चिकत्सकों, ब्यूरोक्रेट्स, प्रोफेसर, वरिष्ठ अधिवक्ताओं और बुद्धिजीवी ने शिरकत की।
It is wrong to give Hindu-Muslim color to the encounter to divide the society: Indresh Kumar