संविधान एवं समाज निर्माता डॉ अंबेडकर -प्राचार्य

बक्सर

VIKRANT : जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान डुमराव में भारत रत्न डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की 132 की जयंती जन्मदिन की समारोह पूर्वक भव्य तरीके से मनाई गई .जिसमें संस्थान के व्याख्याता एवं प्रशिक्षुओं ने अपने-अपने ओजस्वी विचार से सब को काफी प्रभावित किया. डाइट परिसर में आयोजित इस समारोह में संस्थान के प्राचार्य ने दीप प्रज्वलन, चित्र पर माल्यार्पण ,ईश्वर स्तुति के साथ इस कार्यक्रम की शुरुआत हुई.

संस्थान के प्राचार्य विवेक कुमार मौर्य ने कहा कि वह संविधान निर्माता होने के साथ-साथ समाज को संगठित एवं मजबूत बनाने के लिए संविधान में अपनी बातों को लिपिबद्ध किए, काफी संघर्ष से उनकी पढ़ाई लिखाई हुई और समाज के सभी वर्गों के विकास के लिए उन्होंने अपनी सोच को रखा, समाज विकास ही उनकी पहचान रही है. वरीय व्याख्याता नवनीत कुमार सिंह ने समाज निर्माण और संविधान के विश्वस्तरीय विशेषताओं को रेखांकित किया संस्थान के हिंदी व्याख्याता भूपेंद्र सिंह यादव ने उनके अमित सोच समझ और भावी भविष्य निर्माण परिकल्पना को रेखांकित किया व्याख्याता विनोद सिंह ने समाज निर्माण में उनके योगदान को याद किया.

साधनसेवी डॉ मनीष कुमार शशि ने अपने विचार से सबको प्रभावित किया, डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को भारत रत्न मिलने तक के व्यक्तित्व को प्रकाशित किया. व्याख्याता सहदेव प्रसाद ने समाज के निचले वर्ग को समाज की मुख्यधारा में लाने हेतु इनके प्रयासों को याद किया. आयोजन कमेटी के प्रमुख व्याख्याता विवेक कुमार रजक ने उन्हें समाज निर्माता और भारत के भविष्य निर्माता की उपमा दी. अन्य व्याख्याताओं ने भी अपनी अपने महत्वपूर्ण विचारों को प्रशिक्षु के सामने साझा किया. द्वितीय वर्ष के प्रशिक्षु उपेंद्र कुमार, अजय राय, अंकित कश्यप, जय नारायण यादव ,साथ ही प्रथम वर्ष के प्रशिक्षु रामबाबू बीन, सुधांशु रोहित, जय रामपाल, मुन्ना पाल ,ओमप्रकाश इत्यादि प्रशिक्षु ने अपने अपने विचार से सभा में बातों को रखा धन्यवाद संस्थान के प्राचार्य ने किया