DESK : अतीक व अशरफ की हत्या को RJD ने बताया संविधान, कानून व्यवस्था और लोकतंत्र का एनकाउंटर, UP में लगे राष्ट्रपति शासन उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में शनिवार रात अतीक अहमद और उनके छोटे भाई अशरफ की मीडिया और पुलिस की मौजूदगी में हत्या की घटना की देशभर में आलोचना हो रही है. इस बीच RJD नेता शिवानंद तिवारी ने इस घटना को संविधान, कानून व्यवस्था और लोकतंत्र का एनकाउंटर है करार दिया है. इसके साथ ही उन्होंने उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है.
वहीं, जेडीयू (JDU) एमएलसी नीरज कुमार ने कहा कि उत्तर प्रदेश की सरकार को इस मामले में जवाब देना होगा. उन्होंने कहा कि इस घटना से उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े होते हैं. क्योंकि ये मामला उत्तर प्रदेश का है. इसलिए वहीं की सरकार जवाब दे. गौरतलब है कि शनिवार रात लगभग 11 बजे अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ को मेडिकल के लिए अस्पताल ले जाते वक्त प्रयागराज के अस्पताल परिसर में ही मीडिया से बात करने के दौरान तीन युवकों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी.
इस दौरान दोनों भाइयों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई. घटना के बाद वायरल हुए वीडियो में साफ देखा जा रहा है कि पुलिस की सुरक्षा में खड़े अतीक अहमद मीडिया के सवालों के जवाब दे ही रहे थे कि अचानक एक युवक सबसे पहले अतीक अहमद के सिर में गोली मार देता है. इसके बाद सभी पुलिस वाले आरोपियों पर फायरिंग करने के बजाय वहां से गायब हो जाते हैं. इस दौरान एक पुलिस वाला जिसके पास पिस्टल टंगा हुआ दिख रहा है. वह अपना पिस्टल तक नहीं निकालता है.
इस दौरान जब हत्यारा फायरिंग कर रहा होता है, वह पीछे से देख रहा होता है और जब यह सुनिश्चित हो जाता है कि दोनों भाई मर गए हैं, तब जाकर आरोपी को पुलिस वाला पकड़ लेता है. इसी तरह एक और वीडियो में दिख रहा है कि एक आरोपी ताबड़तोड़ फायरिंग कर रहा होता है. इस दौरान एक पुलिस वाला उसे कमर से पकड़ने की कोशिश करता है, फिर छोड़ देता है.
इस दौरान वह ताबड़तोड़ फायरिंग कर रहा होता है. जब सारी फायरिंग कर लेता है, तब जाकर उसे पकड़ा जाता है. इसे देखकर ऐसा लगता है, मानों पुलिस वालों को फायरिंग करने के आदेश नहीं दिए गए हो. दरअसल, इन तीनों हत्यारों को उस वक्त पकड़ा जाता है, जब वो ये फायरिंग कर हथियार फेंक कर दोनों हाथ ऊपर उठाकर सरेंडर-सरेंडर चिल्लाने लगता है.