नालंदा के हथियार मंडी के दो किंगपिन 2 हजार 203 जिंदा कारतूस ,2 चमचमाती पिस्टल, 2 मैगजीन के साथ चढ़े पुलिस के हत्थे

नालंदा

— कांड का सही एवं त्वरित उद्भेदन के लिए एसआईटी टीम का गठन: एसपी
–दोनों गिरफ्तार हथियार तस्करी के बड़े बादशाह

Biharsharif/Avinash pandey: नालंदा में हथियार मंडी के दो किंगपिन 2 हजार 203 कारतूस,2 चमचमाती पिस्टल, 2 मैगजीन के साथ पुलिस के चढ़े हैं। गिरफ्तार दोनों हथियार तस्करी के बड़े बादशाह माने जाते हैं। एक विशेष अभियान के दौरान नालंदा पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी की। सोमवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में नालंदा के पुलिस अधीक्षक अशोक मिश्रा ने यह जानकारी दी। एसपी ने बताया है कि पावापुरी ओपी पुलिस के द्वारा पावापुरी ओपी क्षेत्र के शंभू शरण मंदिर के पास वाहनों की चेकिंग की जा रही थी।

चेकिंग के क्रम में एक मोटरसाइकिल सवार पुलिस को देखकर भागने लगा। जिसे पुलिस टीम के द्वारा घेर कर पकड़ लिया गया। एसपी ने बताया कि तलाशी के क्रम में उक्त व्यक्ति के पास से कुछ कारतूस मिले एवं उसी की निशानदेही पर बिहारशरीफ शहर के गढ़पर पर स्थित एक मकान में छापेमारी कर भारी मात्रा में जिंदा कारतूस, मैगजीन व पिस्टल बरामद किया गया। प्रारंभिक पूछताछ में कई अहम जानकारी दोनों ने पुलिस को उपलब्ध करा दी है।

हालांकि इतने भारी पैमाने पर जिंदा कारतूस संग्रह करने के पीछे इन दोनों की क्या मंशा थी, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। एसपी ने बताया कि बहुत जल्द दोनों को रिमांड पर लेकर गहन पूछताछ की जाएगी। गिरफ्तार हथियार तस्कर में राकेश कुमार एवं धीरज गिरी का नाम सामने आया है। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राकेश हथियार तस्करी का मंझा हुआ खिलाड़ी है। वहीं धीरज भी इस गोरखधंधे मैं काफी दिनों से है।

एसपी ने बताया कि इस संबंध में शस्त्र अधिनियम दर्ज कर कांड का सही एवं त्वरित उद्भेदन के लिए एसआईटी टीम का गठन कर दिया गया है। एसआईटी इस बात का पता लगाएगी कि इतने भारी मात्रा में जिंदा कारतूस किसके माध्यम से और कब नालंदा लाया गया। तस्करी में और किन-किन लोगों की संलिप्तता है। कयास लगाए जा रहे हैं कि इस मामले में निकट भविष्य में कई और चर्चित गिरफ्तारियां संभव है। यहां बता दें कि नालंदा के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक विनीत विनायक के कार्यकाल में भारी मात्रा में कारतूस एवं विस्फोटक सामान बरामद किया गया था।