पहले जान बचाकर भागी पुलिस, 2 घंटे बाद गांव पहुंची, 4 थानों की पुलिस ने करीब ढाई घंटे तक गांव में चलाया ऑपरेशन, महिला-पुरुष, बच्चे, युवक-युवतियां सभी ने खाए गाली और डंडे
अंबातरी गांव की घटना, 5 शराब धंधेबाजों के खिलाफ एफआईआर दर्ज
नवादा (रवीन्द्र नाथ भैया) : जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली में शराब की तलाश में पहुंची पुलिस वालों पर ग्रामीणों ने पथराव कर दिया। पथराव में एक दारोगा घायल हो गए। पुलिस जीप को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। घटना रजौली थाना क्षेत्र के अंबातरी गांव की है।
बताया जाता है कि देर रात्रि अंबातरी गांव में छापेमारी के लिए गई पुलिस पर असामाजिक तत्वों के इशारे पर शराब धंधेबाजों ने रोड़ेबाजी कर दी। रोड़ेबाजी की घटना में रजौली थाने के एक एसआई को माथे में चोट लगी। पुलिस वाहन भी क्षतिग्रस्त कर दिया।जिसके बाद अंबातरी गांव से जान बचाकर भागी पुलिस लगभग 2 घंटे के बाद थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर दरबारी चौधरी के नेतृत्व में फिर से गांव पहुंची।
तब रजौली अनुमंडल के चार थानों रजौली, सिरदला, परनाडाबर व अकबरपुर की पुलिस टीम के साथ स्वाट के जवान भी साथ थे। पुलिस जवानों ने लगभग 2 घंटे तक गांव में जमकर तांडव मचाया। इस दौरान 120 घरों वाले इस गांव में पुलिस ने कई घरों के दरवाजे खुलवा कर वहां मौजूद पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं, नवयुवतियों व पढ़ाई-लिखाई करने वाले बच्चों को भी जमकर पीटा।
मानवता को ताख पर रखकर दोनों आंखों से दिव्यांग युवक के साथ-साथ सात महीने की गर्भवती महिला व आठ महीने की बच्ची को भी पीटा। पुलिस द्वारा जमकर बरसाई गई लाठियों की पिटाई से गांव के दर्जनों लोग घायल हो गए। जिनमें से आधी महिलाएं व बच्चे शामिल है। वैसे, मात्र 4 लोगों ने ही रात 11 बजे के बाद अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचकर अपना इलाज करवाया। जबकि अधिकांश जख्मी पुलिस के भय से इलाज कराने अस्पताल नहीं पहुंचे।
पुलिस की पिटाई से घायल होने वालों में वैसे लोग भी शामिल थे जो रजौली में फुटपाथी दुकान आदि चलाया करते हैं। कारोबार समेटकर लोग अपने घरों को वापस लौटे ही थे, तभी पुलिस की बर्बरता का शिकार हो गए। उनके अनुनय-विनय का असर पुलिस वालों पर नहीं पड़ा। ग्रामीण कहते हैं कि शायद ही कोई ऐसा बचा हो जिसे 20 से 25 लाठियां ना पड़ी हो।
क्या है पूरा वाक्या :- बताया गया कि देर शाम लगभग 7 बजे रजौली पुलिस शराब को लेकर छापेमारी करने के लिए अंबातरी के पिंटू यादव के घर पहुंची। लेकिन पुलिस को वहां कुछ भी नहीं मिला। शराब नहीं मिलने पर घरवालों ने पुलिस का जमकर विरोध किया और बार-बार घर में आकर शराब की तलाश करने पर आपत्ति जताई। इसी दौरान पुलिसकर्मियों पर रोड़ेबाजी कर दी गई। स्थिति को भांपकर पुलिस टीम वहां से लौट गई। दो घंटे बाद पुलिस पूरी तैयारी से गांव पहुंची और जो जहां मिला उसे जमकर धोया। 9 बजे से लेकर 11 बजे तक गांव में पुलिस कार्रवाई करती रही।
पुलिस की पिटाई से घायल अस्पताल पहुंचने वाले लोगों में अंबातरी गांव के प्रदीप यादव के 17 वर्षीय बेटे सतीश कुमार,बच्चू यादव की पत्नी 45 वर्षीय बेदमिया देवी, 20 वर्षीय बेटा संजीत कुमार, 12 वर्षीय बेटी पूजा कुमारी शामिल है। घायल प्रदीप यादव ने बताया कि पुलिस ने लगभग 50 से ज्यादा लाठियां चटका कर उसके शरीर को गंभीर रूप से लहूलुहान कर दिया।साथ ही उसकी पत्नी उषा देवी का मोबाइल को तोड़ दिया व एक मोबाइल को छीन लिया। साथ ही उसे जबरन हिरासत में ले लिया।
गौरीशंकर यादव के बेटे अमित कुमार की भाभी कविता देवी ने कहा कि घर में घुसकर पुलिस ने उसके देवर के साथ मारपीट की जब उन्होंने अपने देवर को बचाने की कोशिश की तो पुरुष सिपाही ने उसे और उसके साथ मौजूद अन्य औरतों के साथ भी मारपीट किया। उसकी 15 वर्षीय बेटी को भी मारा। उसने कहा कि पुलिस ने रात में औरत व जवान लड़कियों को पीटा। सवाल खड़ा करते हुए कहा कि यह कहां का कानून है कि रात में महिला और जवान लड़कियों के साथ मारपीट किया जाए।
ग्रामीणों ने कहा कि गांव के चार-पांच लोगों द्वारा शराब बेचने का कार्य किया जाता है। कहते है एसडीपीओ:- इस बाबत, एसडीपीओ पंकज कुमार ने बताया कि एक्साइज कंट्रोल से मिली गुप्त सूचना के आलोक में शराब के विरुद्ध छापेमारी करने गई पुलिस बल पर हमला किया गया। इस मामले में पांच लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है।
पुलिस बल पर हमले के बाद थानाध्यक्ष के नेतृत्व में स्वाट बल एवं अन्य थानों के अतिरिक्त बल के साथ गांव में पहुंचकर कुछ लोगों को हिरासत में लिया। चौकीदार द्वारा हिरासत में लिए गए लोगों का शराब मामलों में संलिप्तता नहीं बताई गई। चौकीदार के सत्यापन के आधार पर हिरासत में लिए गए लोगों को रात्रि में ही छोड़ दिया गया। नामजद किए गए पांच शराब कारोबारियों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है।