सूफी आन्दोलन ने गंगा-यमुनी तहज़ीब को शक्ति प्रदान की:- डा.मुनअमी

नवादा
  • प्राचीन पाण्डुलिपियों का संरक्षण ज़रूरी

नवादा (रवीन्द्र नाथ भैया) राज्य सरकार बिहार में वक़्फ जायदाद के संरक्षण और विकास के लिए कटिबद्ध है तथा पहले चरण में वक़्फ जायदाद के संरक्षण के लिए सर्वेक्षण की कारवाई की जा रही है। देश के जाने-माने शिक्षाविद् और सुप्रसिद्ध ख़ानक़ाह ए मुनअमिया के सज्जादानशीं डा.शमीम अहमद मुनअमी ने गुरुवार को नरहट प्रखंड के शेख़पुरा में स्थित ख़ानक़ाह ए चिश्तिया में जिला के वक़्फ सम्पत्तियों की समीक्षा की और अतिक्रमण आदि के संबंध में जानकारी प्राप्त की।उन्होंने ख़ानक़ाह ए चिश्तिया के सज्जादा नशीं मौलाना ऐन उद्दीन चिश्ती से भेंट की और सूफी तहरीक तथा शांति-सद्भाव की स्थापना में ख़ानक़ाहों के योगदान पर विचार-विमर्श किया।

डा.मुनअमी ने शेख़पुरा की ख़ानक़ाह लाइब्रेरी में संरक्षित प्राचीन पाण्डुलिपियों का अवलोकन किया तथा अनेक दुर्लभ पाण्डुलिपियों की डिज़िटल फोटोग्राफी करायी। उल्लेखनीय है कि डा.मुनअमी बिहार राज्य सुन्नी वक़्फ बोर्ड के सदस्य हैं तथा सूफी आन्दोलन के लिए पूरे देश में सक्रिय रहते हैं।

शेख़पुरा ख़ानक़ाह में आगमन पर सज्जादा नशीं-सह- मोतवल्ली मौलाना ऐन उद्दीन चिश्ती के नेतृत्व में उनका पुरजोश ख़ैरमक़दम किया गया।मौके पर शेख़पुरा विकास समिति के अध्यक्ष सालार अब्दुल क़य्यूम हबीबी,विधायक प्रतिनिधि अली अकबर चुन्नु,दानिश चिश्ती,सबा अहमद और कलीम उद्दीन आदि अनेक गण्यमान्य लोग मौजूद थे।