पटना: पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई पर नेता प्रतिपक्ष ने कह दी ये बात, पढ़ें पूरी खबर

पटना

DESK : पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई पर नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा नीतीश सरकार पर लगातार हमलावर हैं. गुरुवार को उन्होंने कहा कि सरकार के साथी वामदलो ने भी टाडा में बंद अपराधियों को जेल से मुक्त करने की अपील की है, वे इस मुद्दे पर मुखर हैं. अब रास्ता यही बचा है कि नीतीश सरकार कांग्रेस, वामदलो, आरजेडी, जेडीयू से अलग-अलग उनके समर्थित अपराधियों की सूची लेकर रिहाई के रास्ता बनाए. जंगल राज और गुंडा राज स्थापित करने के लिए सत्ता सौंपने की तैयारी शुरू कर दी गई है.

विजय सिन्हा ने कहा कि अपराधियों को जेल से मुक्त कर और हत्या, अपहरण, लूट की घटनाओं को वेलगाम कर सरकार आरजेडी के लिए सत्ता हस्तांतरण की जमीन तैयार कर रही है. आरजेडी के एम-वाई समीकरण को प्राथमिकता देते हुए महागठबंधन सरकार ऐसे सभी काम कर रही है जिसका जोर 2005 से पहले था. राज्य में संगठित अपराध उद्योग का रूप ले चुका है, जिसके लिए 1990 का दशक चर्चित था.

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि महागठबंधन की सरकार अपराधियों के समक्ष आत्म समर्पण कर चुकी है. यदि इसमें सुधार नहीं हुआ तो बीजेपी अपराध और भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ा आंदोलन शुरू करेगी. पिछले बजट सत्र में बीजेपी ने हत्या, अपहरण, लूट का मुद्दा गंभीरता से उठाया था लेकिन सरकार ने कोई संज्ञान नहीं लिया. मंत्री इसराइल मंसूरी का नाम कांटी में राहुल सहनी की हत्या में परिजनों ने प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए आवेदन दिया था लेकिन सदन में मुख्यमंत्री द्वारा जांच की बात कहने के बावजूद उनपर कोई कार्रवाई नहीं हुई. जेठुली नरसंहार में भी पीड़ितों को न्याय नहीं मिला है.

बीजेपी नेता ने कहा कि राज्य प्रशासन हतोत्साहित है. अधिकारियों पर बार बार अवैध और अनुचित कार्य करने का सत्ता पक्ष पर विशेषकर आरजेडी के दवाब ने उनका मनोबल गिरा दिया है. इसके ही बदौलत मुख्यमंत्री टिके हुए हैं, वे असहाय महसूस कर रहे हैं.