पूर्णिया:-(राजेश कुमार झा) राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR)के अध्यक्ष श्री प्रियंक कानूनगो एवं सदस्य सचिव श्रीमती रूपाली बनर्जी द्वारा पूर्णिया जिले का दो दिवसीय दौरा किया गया। दौरे के पहले दिन शनिवार देर शाम आयोग के अध्यक्ष द्वारा जिला प्रशासन एवं एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट(AHTU)के पुलिस के सहयोग से गुलाब बाग एवं जीरोमाइल में देहव्यापार के संदिग्ध अड्डे पर छापेमारी की गई। छापेमारी में 07 महिलाओं एवं लड़कियों को हिरासत में लिया गया। इनमें से 02 प्रथम दृष्टया नाबालिग प्रतीत हो रही थी जिन्हें बाल कल्याण समिति(CWC)के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
दौरे के दूसरे दिन रविवार को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग(NCPCR)के अध्यक्ष द्वारा समाहरणालय सभागार में समीक्षा बैठक की गई जिसमें अपर समाहर्ता, डीएसपी मुख्यालय एवं विभिन्न थानों के बाल कल्याण पुलिस पदाधिकारी,वरीय उपसमाहर्ता दीक्षित स्वेतम ,सहायक निदेशक बाल संरक्षण इकाई एवं जिला बाल संरक्षण इकाई के सभी पदाधिकारी एवं कर्मी, डीपीओ आइसीडीएस, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा, सीडीपीओ ग्रामीण, किशोर न्याय परिषद के सदस्य, जिले में बाल संरक्षण इकाई अंतर्गत संचालित विभिन्न गृहों के अधीक्षक,उपनगर आयुक्त, बचपन बचाओ आंदोलन के प्रतिनिधि, चाइल्ड लाइन के प्रतिनिधि आदि उपस्थित थे।
बैठक में अध्यक्ष द्वारा पुलिस पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि जिले में जितने भी देह व्यापार से संबंधित मुहल्ले हैं वहां नियमित अंतराल पर छापेमारी करते हुए दोषियों के विरूद्ध नियमानुसार कार्रवाई करते हुए जिले से इस कुप्रथा को समाप्त करने की दिशा में कार्य करें। खासकर नाबालिग लड़कियों को इस धंधे में नहीं धकेला जाए , इस पर विशेष कार्य करें। यदि कोई नाबालिग इस धंधे से मुक्त कराई जाती है और उसके पुनर्वासन के बाद वापस इसी धंधे में शामिल होने की संभावना हो तो उसे बालिका गृह में आवासित रखने एवं आफ्टर केयर योजना से आच्छादित करने हेतु नियमानुसार कार्रवाई करने का निर्देश सहायक निदेशक बाल संरक्षण इकाई को दिया गया।
साथ ही कोविड के कारण जिस परिवार के कमाऊ सदस्य की मृत्यु हो गई है उनका पुनः सर्वे करने और अहर्ता पूर्ण करने वाले बच्चों को स्पोन्शरशिप योजना से आच्छादित करने का निर्देश भी सहायक निदेशक जिला बाल संरक्षण इकाई को दिया गया।