चंपारण : बच्चों के इलाज में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं : डीएम

मोतिहारी

मोतिहारी/ राजन द्विवेदी। जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल की अध्यक्षता में आज अरेराज एएनएम प्रशिक्षण स्कूल में स्वास्थ्य विभाग की अनुमंडल स्तरीय पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक हुई। इस दौरान डीएम ने आशा कार्यकर्ता एवं स्वास्थ्य कर्मियों को निर्देश दिया कि एनीमिया से ग्रसित गर्भवती महिलाओं को चिन्हित कर सूचीबद्ध करें। गर्भवती महिला को अस्पताल में इलाज व सुरक्षित प्रसव कराने के लिए प्रेरित करें।

नियमित टीकाकरण व प्रतिरक्षण स्थल पर 1 वर्ष तक लगातार सक्रिय भूमिका एवं परिवार नियोजन कार्यक्रम में सक्रिय भूमिका निभाएं। महिला व पुरुष बंध्याकरण करवाना , लाभार्थी को गर्भनिरोधक सुई अंतरा के उपयोग के लिए प्रेरित करना, प्रसव उपरांत कौपर टी संस्थापन के लिए प्रेरित करें। वहीं नवजात शिशु के घर पर देखभाल के लिए 6 एवं 7 बार भ्रमण लगातार 1 वर्ष तक करें।

उन्होंने सख्त निर्देश दिया कि सभी पीएससी स्तर पर गर्मियों में चमकी के ज्यादातर मामले आते हैं, इस पर अलर्ट रहें। चमकी प्रभावित बच्चों की दवा, जांच व इलाज की सारी व्यवस्था सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। वहीं डीएम ने अनुमंडलीय अस्पताल, अरेराज में ओपीडी, एनसीडी क्लीनिक व वार्डो का निरीक्षण किया।

अस्पताल के मरीजों से मिलकर वे इलाज व्यवस्था से अवगत हुए। मौके पर अनुमंडल पदाधिकारी, ए सी एम ओ, डीआईओ, यूनिसेफ प्रतिनिधि, डीसीएम, अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक, सभी बीसीएम, बीएचएम, काउंसलर, जीविका के प्रतिनिधि आदि उपस्थित थे।