संग्रामपुर / डॉ उमेश कुमार। जिले के संग्रामपुर प्रखंड में लोहिया स्वच्छता अभियान के तहत प्रखण्ड के पंचायतों में हो रहे सोखता निर्माण के प्राक्कलन की जानकारी कनीय अभियंता बंदना कुमारी को स्वयं नहीं हैं। जबकि सोखता का निर्माण कार्य कई पंचायतों में तेजी से चल रहा हैं। इससे साफ जाहिर हो रहा हैं कि वे दिखावे के लिए पंचायतों में चल रहे कार्यो की हैंडलिंग करती जबकि कार्य किसी दूसरे के बनाएं प्राक्कलन और इशारे से होता हैं।
इतना ही नहीं एक तो कनीय अभियंता वंदना प्रखण्ड में कार्यो के राशि की बन्दर बांट और कार्यो की जानकारी मांगने पर घड़ियाली आंसू बहाने के लिए अपने पदस्थापना काल से चर्चित हैं जिसके चलते प्रखण्ड के वरीय पदाधिकारी इन्हें हमेशा अपने कार्यो में सुधार के लिए डाट फटकार करते रहते हैं और रोने लगती हैं तो पदाधिकारी भी चुप्पी लगा लेते हैं।
जिस कारण ये महिला अधिकारी होने का लाभ उठा कर उसी कार्यो मैं अनियमिता करने और करवाने में जुट जाती हैं। जिसके लिए वरीय अधिकारी उन्हें फटकार लगाए होते है। एक तरफ जिस जिस पंचायतों का चार्ज इन्हें दिया मिला हैं वहां नल जल की स्थिति की जांच करवाई भारी अनियमिता सामने आ सकती हैं। साथ ही ये अपने कार्यशैली के चलते हमेशा पंचायत के जनप्रतिनिधि के गले की हड्डी साबित होती हैं।
जिसके चलते वरीय पदाधिकारियों के दबाव में जन प्रतिनिधि इन्हें अपने पंचायत में रखते हैं।कोई वार्ड सदस्य अपनी वार्ड के नल जल की समस्या लेकर जाता है तो प्राक्कलन बनाने के नाम पर मोटी रकम की उगाही करना इनकी नियति हैं। सोखता की तो पूछिये मत।
संग्रामपुर प्रखंड की कनीय अभियंता वंदना कुमारी ने बताया कि कोई जानकारी फोन पर नहीं देंगी। सामने आइए प्राक्कलन देख कर बताऊंगी कि सोखता निर्माण के नियम क्या हैं।