पूर्णिया : जानिये…भारत में है दुनिया की सबसे बड़ी रसोईघर, जहां 752 चूल्हे एक साथ जलते है, जहां आज भी कुएं के पानी से बनता है 50 हजार से अधिक लोगों का महाप्रसाद…पढ़ें पूरी खबर

पूर्णियाँ

पूर्णिया:-31 मई(राजेश कुमार झा) : भगवान जगन्नाथ मंदिर,पुरी की रसोई दुनिया में सबसे बड़ी रसोईघर है.एक एकड़ में फैली 32 कमरों वाली इस विशाल रसोई में भगवान् को चढ़ाये जाने वाले महाप्रसाद को तैयार करने के लिए 752 चूल्हे इस्तेमाल में लाए जाते हैं और लगभग 500 रसोइए तथा उनके 300 सहयोगी काम करते हैं।

सारा प्रसाद मिट्टी की सात सौ हंडियों में पकाया जाता है। भोग पूरी तरह शाकाहारी होता है। मीठे व्यंजन तैयार करने के लिए यहाँ शक्कर के स्थान पर अच्छे किस्म का गुड़ प्रयोग में लाया जाता हैआलू,टमाटर और फूलगोभी का उपयोग मन्दिर में नहीं होता.भोग में प्याज व लहसुन का प्रयोग निषिद्ध है.यहां रसोई के पास ही दो कुएं हैं,जिन्हें गंगा’ व ‘यमुना’ कहा जाता है. केवल इनसे निकले पानी से ही भोग का निर्माण किया जाता है।
इस रसोई में 56 प्रकार के भोगों का निर्माण किया जाता है.रोज़ कम से कम 10 तरह की मिठाइयाँ बनाई जाती हैं.आठ लाख लड्डू एक साथ बनाने पर इस रसोई का नाम गिनीज़ बुक में भी दर्ज हो चुका है.रसोई में एक बार में 50 हज़ार लोगों के लिए महाप्रसाद बनता है.