पूर्णिया:-03 जून(राजेश कुमार झा) इन दिनों सरकारी महकमे प्रेस क्लब अध्यक्ष को लेकर कई तरह की चर्चा हो रही है.जिसको लेकर पूर्णिया के प्रेस बंधुओं का सिर शर्म से झुक गया है.बताते चलें कि विगत 21 मई को चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के बीच पूर्णिया प्रेस क्लब का चुनाव संपन्न हुआ.चुनाव के बाद शपथ ग्रहण भी हो गया.इसी बीच मे जमीन की दलाली करने वाला खुद को प्रेस क्लब अध्यक्ष पूर्णिया बताते हुए एक सरकारी अधिकारी को फोन कर चुनाव सम्बंधित प्रश्न पूछने लगे.
उसके बाद वो जमीन दलाल ने सरकारी अधिकारी के साथ हुई टेलीफोनिक बातचीत को रिकॉर्ड कर लिया.उसके बाद उस जमीन दलाल ने सरकारी अधिकारी के साथ हुई बातचीत को सार्वजनिक कर दिया.जैसे ही सरकारी अधिकारी की टेलीफोनिक बातचीत वायरल हुई तो जिला प्रशासन में कई तरह की चर्चायें शुरू हो गई.इन सब की जानकारी जब सरकारी अधिकारी को मिली तो उन्होंने उस जमीन दलाल को अपने कार्यकाल में आने को कहा.
उस जमीन दलाल को लगा कि अब हम फंस गए है तो उन्होंने सरकारी अधिकारी से कन्नी काटना शुरू कर दिया.लेकिन वो सरकारी अधिकारी भी भला कहाँ छोड़ने वाले थे.उन्होंने इस बात पर संज्ञान लेते हुए कारवाई करने की ठान ली.जब उस जमीन दलाल को ये जानकारी मिली कि मुझ पर अब किसी भी वक्त कारवाई हो सकती है तो वो अब सरकारी अधिकारियों से लगे माफी मांगने.गौरतलब है कि कोई भी सरकारी अधिकारियों के साथ हुई बातचीत को सार्वजनिक नहीं कर सकता है.