पूर्णिया:-04 जून (राजेश कुमार झा) : मुफ्फसिल थाना रानीपतरा से अनिल साह नाम के एक व्यक्ति के इलाज को लेकर जीएमसीएच पूर्णिया में लेकर आते है। डॉक्टर भी अविलंब उसे देखने के लिये पहुंचते है और फिर इलाज का दौर शुरू हो जाता है।
थोड़ी देर में इस बात की भनक मीडिया के लोगों को लगती है तो मीडिया बन्धु ने जाकर अनिल साह नाम के उस व्यक्ति से जाकर जानकारी मालूम करते है तो उनकी बात सुनकर सभी चौंक जाते है। बताते चलें किशनगंज के रहने वाले अनिल कुमार साह नाम का एक व्यक्ति वर्षों से गुलाबबाग के एक व्यवसायी पीयूष अग्रवाल के सीमेंट डीलरशिप में काम कर रहे थे।
ये वही पीयूष अग्रवाल है, जिन्होंने पूर्णिया में जी0 डी0 गोयनका इंटरनेशनल स्कूल की फ्रेंचाइजी चला रहे है.पीयूष अग्रवाल को कहीं से ये भनक मिली कि अनिल साह नाम का स्टाफ काफी रुपया गबन कर लिया है.पीयूष ने इस बात को लेकर अपने स्तर से पता किये तो सच्चाई जानकर इन्हें भी काफी दुःख हुआ।
स्टाफ अनिल साह को जब इस बात की भनक लगी कि मालिक को सब पता लग गया है तो उन्होंने काम छोड़कर अपने घर किशनगंज चला गया.मामले की गम्भीरता को देखते हुए पीयूष ने समझदारी से काम लेते हए अपने दूसरे स्टाफ के जरिये अनिल को किसी भी तरह पूर्णिया आने पर राजी कर लिया। अनिल ने रानीपतरा स्कूल में पीयूष से मिलने पर अपनी रजामंदी दे दी। अनिल अपने कहे वादों के हिसाब से रानीपतरा स्तिथ जी0 डी0 गोयनका स्कूल पहुंच गए।
जहां पीयूष पहले से ही अनिल का इंतजार कर रहा था.अनिल के जी0 डी0 गोयनका स्कूल पहुंचते ही पीयूष ने उसे अपने ऑफिस में ले जाकर पूरी पूछताछ की. लेकिन अनिल ने गबन के बारे में पीयूष को कुछ खास जानकारी नहीं दिया तो पीयूष ने उसे धमकाते हुए पुलिस के हवाले करने की बात कहने लगे, थोड़ी देर में मुफ्फसिल थानाध्यक्ष सन्तोष कुमार झा पहुंचकर अनिल को पकड़कर थाने ले गई और सिरिस्ता में बंद कर दिया।
कुछ घण्टे बिताने के बाद अचानक अनिल की तबियत बिगड़नी शुरू हो गई। जिससे थाने में मौजूद पुलिस वालों ने आनन फानन में अनिल साह को जीएमसीएच में भर्ती कराया। जहाँ डॉक्टर की देखरेख में अनिल का इलाज चल रहा है। पुलिस फिलहाल इन दोनों के बीच के मामले की सच्चाई जानने में जुट गई है।