स्टेट डेस्क। आज भीषण गर्मी में बेपटरी होती बिजली आपूर्ति व्यवस्था को दुरुस्त करने पर 35,384 करोड़ रुपये खर्च किए जाएगा। वहीं पावर कार्पोरेशन प्रबंधन ने कहा है कि कार्यों के पूरा होने पर ट्रांसफार्मर की ओवर लोडिंग काफी हद तक कम हो जाएगी और जर्जर तारों की स्थिति नहीं रहेगी। ऐसे में लोकल फाल्ट के चलते बिजली आपूर्ति ठप रहने की नौबत नहीं आएगी।
जिसमें पारा चढ़ने से मंगलवार को 27,611 मेगावाट बिजली की मांग का नया रिकार्ड बना था। वहीं मानसून आने में अभी सप्ताहभर से ज्यादा का समय है इसलिए गर्मी बढ़ने पर बिजली की मांग 28 हजार मेगावाट से ऊपर भी पहुंचने का अनुमान लगा है। पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष एम देवराज ने बताया कि केंद्र सरकार की पुर्नोत्थान वितरण क्षेत्र सुधार योजना(आरडीएसएस) के तहत बिजली आपूर्ति व्यवस्था को सुधारने पर राज्य में 35,384 करोड़ रुपये के कार्य होने हैं।