उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव व जिला पदाधिकारी ने किया, नेपाल में संचालित, भारत सरकार के ए गैप व बी गैप का दौरा

बेतिया

अवधेश कुमार शर्मा, बेतिया : पश्चिम चम्पारण जिला के भारत नेपाल सीमा पर सुस्ता क्षेत्र के कई वर्ग किलोमीटर पर नेपाल का कब्जा है। नेपाल के नवल परासी जिला क्षेत्र में अब कई दशक से सुस्ता गांव दिखाया जा रहा है। भारत नेपाल को विभाजित करने वाली गंडक (नारायणी) नदी के किनारे बाढ़ पूर्व बांध एवं ठोकर की मरम्मत कार्य भारत सरकार के उत्तर प्रदेश के जिला महाराजगंज के सिंचाई विभाग द्वितीय खंड महाराजगंज से कराया जाता है। यह नेपाल सरकार एवं भारत सरकार गंडक समझौता अंतर्गत उपर्युक्त कार्य होता है।

प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी सभी ठोकर को बढ़ाने तथा मरम्मत का कार्य युद्ध स्तर पर संचालित है। इसी क्रम में शनिवार की शाम उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के अनील गर्ग एवं महाराजगंज के जिला पदाधिकारी डॉ सत्येंद्र कुमार झा ने गंडक नदी के किनारे बी-गैप, ए-गैप होकर संख्या 7, 8, 9, 10, 11, 12,13, 14 तथा ए-गैप बांध एवं नेपाल बांध का दौरा किया।

(नारायणी) गंडक नदी में क्रेन के माध्यम से मुख्य सचिव ने टेट्रापोड़ को नदी में, जहां गोताखोर ने पानी में लगाया। मुख्य सचिव ने अधिशासी अभियंता राजीव कपिल को दिशा निर्देश देते हुए कहा कि प्रति वर्ष में 15 जुलाई के पूर्व कार्य को समाप्त किया जाता है।

इस कार्य को ससमय पूरा कर लें। इस अवसर पर जिला पदाधिकारी सत्येंद्र कुमार झा, उप जिला पदाधिकारी निचलौल के सत्य प्रकाश मिश्र, प्रथम मुख्य अभियंता एवं मुख्य अभियंता आलोक जैन, अधीक्षण अभियंता सिंचाई कार्य प्रमंडल द्वितीय गोरखपुर केके राय, असिस्टेंट इंजीनियर अनिल कुमार सिंह, संजय प्रताप मल, अवर अभियंता रवींद्र यादव, इंजीनियर सुप्रीम मल, आदित्य कुमार अभियंता व ग्रामीण मौजूद रहे।