डुमरांव : प्राचार्य ने तीन साल में किए गए शोध कार्यो के लेखा जोखा को विज्ञानियों से की मांग

बक्सर

डीएम ने कृषि कालेज से चावल के एक बेहतर किश्म की मांगी रिर्पोट…

बक्सर/बीपी डेस्क। डुमरांव स्थित कृषि कालेज की सभागार में शुक्रवार को प्राचार्य प्रो.मुकेश कुमार सिन्हा द्वारा रिर्सच, मैनेजमेंट एवं एक्सटेंशन विभाग से जुड़े सभी प्रमुख प्राध्यापकों सह विज्ञानियों की एक संयुक्त बैठक आहूत की गई।

मौके पर प्राचार्य प्रो. मुकेश कुमार सिन्हा ने मूल तीनों विभाग के प्रमुख से समन्वय व सामजंस्य स्थापित कर स्थ महाविद्यालय के विकास कार्य को गति प्रदान करने की अपील की। उन्होनें स्पष्ट तौर पर सभी विज्ञानियों से क्षेत्रीय किसानों की अपेक्षाओं पर खरा उतरनें की दिशा में शोध कार्य की गति को तेज करने को अपील की।

इसी कड़ी में प्राचार्य प्रो.सिन्हा द्वारा तीन दिनों के अंदर सभी विभाग के विज्ञानियों से उनके द्वारा तीन साल के अंदर किए गए शोध व अन्य कार्यो की लेखा जोखा प्रस्तुत करने, आगामी एक साल के लिए तैयार किए गए कार्यो की रूप-रेखा प्रस्तुत करने को निर्देशित किया गया। उन्होनें कहा कि महाविद्यालय के कृषि अर्थ शास्त्र सह प्रसार, उद्यान, जीव-जंतु एवं सस्य विज्ञान विभाग के विज्ञानियों के पास एक शोध कार्य मौजूद रहना जरूरी है।

उन्होनें कृषि महाविद्यालय, डुमरांव की अनुशांगिक इकाई विक्रमगंज कृषि विज्ञान केन्द्र के कृषि विज्ञानियों को क्षेत्रीय किसानों की अपेक्षाओ पर खरा उतरने की दिशा में शोध कार्य को अंजाम देने को कहा। आगे प्राचार्य प्रो. सिन्हा ने शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मचारियों के बीच समन्वय बरकरार रखने पर जोर दिया। उन्होनें विज्ञानियों को जानकारी देते हुए कहा कि राज्य सरकार कृषि के विकास कार्य को लेकर अन्य विभाग की तुलना में अधिक खर्च करती है। सरकार द्वारा खर्च किए जा रहे राशि के एवज में परिणाम का आना भी जरूरी है।

डीएम ने चावल के बेहतर किश्म की मांगी रिर्पोट-

जिलाधिकारी द्वारा कृषि कालेज प्रबंधन से विकसित चावल के एक किश्म की रिर्पोट मांगी है। चावल के विकसित व बेहतर किश्म की मांगी गई रिर्पोट के आलोक में नए प्राचार्य द्वारा संबधित विभाग के एक विज्ञानी को जिम्मेवारी सौंपी गई है।

कालेज परिसर की समस्या से अवगत हुए नए प्राचार्य-

विज्ञानियों से करीब 25 एकड़ भू-भाग में फैले जमीन पर अवस्थित कृषि कालेज के प्रांगण में काफी दिनों से बिजली ट्रांसफार्मर खराब पड़े रहनें, महज एक समरसेबल के बूते पानी की आपूर्ति व्यवस्था जारी रहने एवं कालेज परिसर में बरसात का पानी जमा हो जाने की दुःखड़ा सुन प्राचार्य चकित हो गए।

मौंके पर नए प्राचार्य ने कालेज में दुसरे नए ट्रांसफार्मर निर्गत कराए जाने को लेकर करीब 60 हजार की राशि निर्गत कर दिया। दुसरी ओर विज्ञानियों सह प्राध्यापकों की मांग पर परिसर में चिल्डेªन पार्क विकसित करने व योगा पार्क का निर्माण कराए जाने का भी नए प्राचार्य प्रो. मुकेश कुमार सिन्हा द्वारा आश्वासन दिया गया।