नालंदा: राष्ट्रीयकृत बैंकों के टोल फ्री नंबर से साइबर फ्रॉड करने वाले तीन साइबर अपराधी गिरफ्तार 

नालंदा

— राष्ट्रीय स्तर पर अब तक 45 कांड इनपर हो चुकें हैं दर्ज 

— पास से 19 एंड्राइड मोबाइल फोन,23 सीम कार्ड,11 एटीएम, 7 आधार कार्ड,2 पासबुक व एक एक्ट्रीम साइबर वाई फाई मशीन बरामद 

Biharsharif/Avinash pandey : साइबर फ्रॉड की होशियारी पर पुलिस की तकनीक तेजी से काम कर रहा है। इस बार नालंदा जिले के लहेरी थाने की पुलिस ने एक ऐसे साइबर फ्रॉड को डिकोड करने का काम किया है, जो राष्ट्रीयकृत बैंकों के टाॅल फ्री नंबर को अपना हथियार बना कर देश स्तर पर लोगों को ठगने का काम कर रहा था। इस मामले में अभी तक 3 साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी हो चुकी है इन पर राष्ट्रीय स्तर पर अब तक 45 कांड दर्ज हो चुके हैं।

शनिवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में सदर एसडीपीओ डॉक्टर मोहम्मद शिब्ली नोमानी ने बताया कि इंस्पेक्टर सह लहेरी थानाध्यक्ष दीपक कुमार द्वारा विशेष छापेमारी अभियान के दौरान शुक्रवार की रात्रि थाना क्षेत्र के शिवपुरी मोहल्ला के आशुतोष कुमार के मकान में छापेमारी कर वहां संचालित साइबर क्राइम को ध्वस्त करने का काम किया है छापेमारी के क्रम में अलग-अलग कंपनी के कुल उन्हें एंड्राइड मोबाइल फोन 23 सिम कार्ड, 11 एटीएम कार्ड, 7 आधार कार्ड, दो पासबुक, एक चेक बुक तथा एक  साइबर वाईफाई मशीन के अलावे दो विदेशी शराब की बोतलें बरामद की है।

एसडीपीओ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पुलिस के द्वारा अभियुक्तों से गहराई से पूछताछ की जा रही है तथा इस साइबर फ्रॉड के कारोबार से जुड़े अन्य साइबर अपराधियों के विरुद्ध पुलिस के द्वारा कार्रवाई की जा रही है।  इस संबंध में पुलिस के द्वारा प्राथमिकी दर्ज कर अग्रसर कार्यवाही की जा रही है। एसडीपीओ ने बताया कि साइबर अपराधियों के संबंध में पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी। सूचना के बाद हमारे नेतृत्व में गठित टीम द्वारा छापेमारी के बाद साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी की गई।

इस मामले में नालंदा जिले के पपरनौसा गांव निवासी नागेंद्र प्रसाद सिंह के पुत्र योगेश कुमार, सबलपुर गांव निवासी कमलेश प्रसाद के पुत्र कुंदन कुमार एवं बिहार शरीफ शहर के लहेरी थाना क्षेत्र के रामचंद्रपुर शिवाजी कॉलोनी निवासी नरेश प्रसाद के पुत्र सूरज कुमार को गिरफ्तार किया गया है। एसडीपीओ ने बताया कि गिरफ्तार साइबर अपराधी दूसरों को फर्जी टोल फ्री नंबर से फोन करके उनका क्रेडिट कार्ड डेबिट कार्ड अपग्रेड करने के नाम पर साइबर फ्रॉड किया करते थे।