सेंट्रल डेस्क : केंद्रीय नेतृत्व के दिशा-निर्देश पर मध्य प्रदेश, राजस्थान व तेलंगाना में तीन महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव में योगदान देने के लिए उत्तर प्रदेश के 175 विधायकों ने अपनी-अपनी जिम्मेदारी संभाल ली है।
वहीं मध्य प्रदेश में 100, राजस्थान में 65 और तेलंगाना में 10 विधायक को भेजा गया हैं। जिसमें लगभग सभी विधायकों ने एक दिन के प्रशिक्षण के बाद निर्धारित विधानसभा क्षेत्र में प्रत्याशी के पक्ष में चुनावी अभियान को धार देने के लिए डेरा जमा लिया है। उनका पहला प्रवास 10 दिन का है।
भाजपा के गोरखपुर क्षेत्र की बात करें तो यहां से 20 विधायकों का नाम सूची में शामिल है, जिनमें से 19 ने निर्धारित विधानसभा क्षेत्र में जाकर चुनावी अभियान का हिस्सा बनना शुरू कर दिया है। वह वहां के राजनीतिक समीकरण को समझ अपने अनुभवों का लाभ कार्यकर्ताओं को दे रहे हैं। केवल चिल्लूपार के विधायक राजेश त्रिपाठी अभी राजस्थान में नहीं गए हैं।
गोरखपुर क्षेत्र से जाने वालों में देवरिया के सर्वाधिक छह, गोरखपुर के चार, कुशीनगर व महाराजंगज के तीन-तीन और बलिया, बस्ती व मऊ के एक-एक विधायक शामिल हैं।
इन विधानसभा क्षेत्रों में लगाए गए हैं गोरखपुर क्षेत्र के विधायक…
राजस्थान : महेंद्र पाल सिंह (लालसोट), प्रदीप शुक्ला (शाहपुर), शलभ मणि त्रिपाठी (बंगरू), डा. असीम कुमार (किशनगढ़), सुरेंद्र चौरसिया (कामा), अजय सिंह (राजगढ़ व लक्ष्मीगढ़), मोहन वर्मा (धौलपुर), केतकी सिंह (कोटा दक्षिण)।
मध्य प्रदेश : जयप्रकाश निषाद (टीकमगढ़), ज्ञानेंद्र सिंह (जतारा), प्रेमसागर पटेल (अमरपाटन), डा. विमलेश पासवान (मानपुर), संभाकुंवर कुशवाहा (जऊरा), श्रीराम चौहान (भंदेर), डा. रतनपाल सिंह (नागौड़), जयमंगल कन्नौजिया (सिंगरौली), दीपक मिश्र शाका (मेहगान), राम विलास चौहान (कुरवाय)।