पूर्णिया : जिले से प्रतिदिन 7 से 8 लाख लीटर दूध की प्राप्ति पर दूध संग्रहण के क्षेत्र में कोसी डेयरी प्रोजेक्ट,पूर्णियाँ का बढ़ता कदम:-डीएम…मॉडल दुग्ध पथ पर काम शुरू

पूर्णियाँ

पूर्णिया:-22 अगस्त(राजेश कुमार झा)जिला पदाधिकारी श्री कुन्दन कुमार की अध्यक्षता में कृषि विभाग एवं संबंधित विभागीय पदाधिकारी के साथ सप्ताहिक समीक्षा बैठक के दौरान कोशी डेयरी प्रोजेक्ट के प्रतिनिधि द्वारा बताया गया कि दूध संग्रहण एवं विपणन में आत्म निर्भर पूर्णिया को बनाने हेतु जिला पदाधिकारी, के दिशा निर्देश एवं जिला प्रशासन के सहयोग से कोशी डेयरी प्रोजेक्ट, पूर्णिया द्वारा मिल्क नेटवर्क कार्यक्रम पर कार्य किया जा रहा है।

जिसका अच्छा परिणाम दिखने लगा है। दूध संग्रहण के क्षेत्र में आत्म निर्भर पूर्णिया बनाने हेतु कई आवश्यक बिन्दुओं पर आधारित कार्य किए जा रहे हैं :-

मिल्क कलेक्शन नेटवर्क का विस्तार।

कॉम्फेड, पटना स्तर से समिति सदस्यता वृद्धि हेतु अभियान जिसका समीक्षा माह मई, 2023 में जिला पदाधिकारी के द्वारा की गई थी, जिसके कारण कार्य त्वरित गति से प्रारम्भ किया गया था।

बल्क मिल्क कूलर की स्थापना, पूर्णिया जिला अंतर्गत नए सिरे से चिन्हित क्षेत्रों में तीन बल्क मिल्क कूलर इकाई की स्थापना निर्धारित की गई थी,जिसमें से दो की स्थापना की जा चुकी है ।

दूध उत्पादन वृद्धि को अभियान के रूप में संचालित करने के मद्देनजर कई कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं :-

पशुओं में नस्ल सुधार कार्यक्रम
हरा चारा उत्पादन ।
पशुपालकों के लिए जागरूकता कार्यक्रम तथा पशु प्रबंधन प्रशिक्षण ।

मॉडल दुग्ध पथ : एक दुग्ध पथ को मॉडल दुग्ध पथ बनाने का कार्य प्रगति पर है,जिसके तहत उक्त पथ की सभी समितियों को स्वचालित दुग्ध संग्रहण इकाई उपलब्ध करायी जाएगी।

जिसके सहायता से दूध का वजन,दूध की जाँच तथा दूध का कीमत की जानकारी दूध आपूर्तिकर्ताओं को आपूर्ति के समय ही प्राप्त हो जाता है।

उक्त पथ की सात समितियों को स्वचालित दुग्ध संग्रहण इकाई उपलब्ध करा दी गई है।शेष को आगामी एक माह के अंदर उपलब्ध करा दी जाएगी।

वित्तीय वर्ष, 2022-23 में कोशी डेयरी प्रोजेक्ट, पूर्णिया का संग्रहण 450000 कि०ग्रा० प्रतिदिन था, जो वर्तमान में बढ़कर 1100000 कि०ग्रा० औसतन प्रतिदिन हो गया है।

जिसमें से लगभग 700000 से 800000 कि०ग्रा० प्रतिदिन दूध की प्राप्ति पूर्णिया जिला से होती है।

दूध संग्रहण के संदर्भ में किए जा रहे कार्य प्रगति एवं उपलब्धी के लिए जिला पदाधिकारी द्वारा संतोष व्यक्त की गई।

दूध संग्रहण वृद्धि हेतु उपर्युक्त बिन्दुओं पर आधारित कार्यों का संपादन जिस गति से की जा रही है, उसके आलोक में यह स्पष्ट रूप से विश्वास व्यक्त किया जा सकता है कि आने वाले एक वर्ष में दूध संग्रहण एवं विपणन के मामले में कोशी डेयरी प्रोजेक्ट, पूर्णिया आत्म निर्भर हो जाएगी।

जिसका सीधा लाभ ग्रामीण क्षेत्र के दूध उत्पादकों तथा शहरी क्षेत्र के उपभोक्ताओं को सुनिश्चित मिलेगा ।

उक्त बैठक में सहायक समाहर्ता, नगर आयुक्त ,उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, निर्देशक डीआरडीए,अनुमंडल पदाधिकारी,जिला परिवहन पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला उद्यान पदाधिकारी, जिला मत्स्य पदाधिकारी जिला पशुपालन पदाधिकारी एवं संबंधित पदाधिकारी गण उपस्थित थे।