किऊल जं. – पटना जं. – पंडित दीनदयाल उपाध्याय जं. के बीच तीसरी एवं चौथी लाईन के निर्माण हेतु ,सर्वे के लिए 8 करोड़ हुआ स्वीकृत।
डेस्क। आज पूरा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है. आजादी के इन 75 सालों में देश के इंफ्रास्ट्रक्चर में बहुत बदलाव आ गया है। रेल, रोड या एयरपोर्ट की बात करें, तो आज भारत काफी आगे बढ़ चुका है।
भारत सरकार ने देश के विकास में इंफ्रास्ट्रक्चर के महत्व को समझा और इसमें भारी निवेश शुरू किया। भारत सरकार ने गति शक्ति मिशन के नाम से नया आयाम दे दिया है।
रेलवे एक सेक्टर है जहां आजादी के वक्त भी देश दुनिया के कई देशों से आगे था। रेल मंत्रालय रेलवे लाइनों के विद्युतीकरण, लाइनों के मल्टी ट्रैकिंग, ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने, स्टेशनो पर सेवा को अत्याधुनिक करने पर ज्यादा निवेश कर रहा है। रेल विकास की कड़ी में पूर्व मध्य रेल के दानापुर मंडल के द्वारा नई दिल्ली – हावड़ा मेन लाइन रेल खंड के अंतर्गत पड़ने वाले पटना क्षेत्र के ( दानापुर, पाटलीपुत्र, पटना एवं राजेन्द्रनगर ) के लिए मास्टर प्लान बनाया जा रहा है।
दानापुर रेल मंडल के क्यूल जं.- पटना जं.- पंडित दीनदयाल उपाध्याय जं. के बीच 390 किलोमीटर थर्ड एवं फोर्थ लाइन का डीपीआर (DPR) तैयार करने हेतु निर्देश प्राप्त हो चुका है। अभी जल्द ही रेल मंत्रालय के द्वारा फाइनल लोकेशन सर्वे (FLS) के लिए 7.80 करोड़ रुपए का राशि आवंटन किया गया है, जिससे कि वर्तमान दोहरी मेन लाइन के अतिरिक्त किऊल जं. – पटना जं.- पंडित दीनदयाल उपाध्याय जं. रेलखंड के बीच दो और नई लाइनों का निर्माण किया जाएगा ।
जिसमें दानापुर मंडल के अंतर्गत सदीसोपुर, कुर्जी मोहम्मदपुर, गोनपुरा एवं जट डुमरी स्टेशनों में गुड्स शेड का निर्माण किया जाएगा साथ ही सदीसोपुर एवं कुर्जी मोहम्मदपुर में पूर्ण रूप से ( Full Fledged ) स्टेशन का निर्माण कराया जाएगा । इसके अतिरिक्त सदीसोपुर से रेल लाइन के ऊपर रेललाइन (ROR) के निर्माण के सर्वे का कार्य शुरू किया जाएगा, जो कुर्जी मोहम्मदपुर स्टेशन पर आकर मिलेगा।
जिससे कि सदीसोपुर गुड्स शेड से निकलने वाली मालगाड़ीयाँ बिना किसी कोचिंग ट्रेन को बाधा पहुँचाए, सीधे नेऊरा – दनियावाँ ( जिसका निर्माण रेल विकास निगम लिमिटेड द्वारा युद्ध स्तर पर जारी है। ) लाइन से पटना जं. को गये बिना ही निकल जाएगी। वहीं दानापुर स्टेशन के विकास को गति देते हुए , दानापुर यार्ड में थर्ड लाइन का निर्माण किया जाएगा ; जिससे कि उत्तर बिहार एवं पटना की ओर से आने-जाने वाली गाड़ियों का परिचालन सुगमता पूर्वक निर्बाध रूप से किया जा सकेगा।
साथ ही साथ दानापुर गुड्स शेड को पैसेंजर टर्मिनल के रूप में विकसित किया जाएगा। वहीं पाटलिपुत्र में कोचिंग कंपलेक्स का निर्माण किया जाएगा, जिसमें एक पिट लाइनें (Pit line), दो निरीक्षण लाइनों (Inspection line) तथा तीन स्टैब्लिंग लाइनों (Stabling line) का प्रावधान है। इसके बन जाने के बाद यहाँ तेजस एवं वंदेभारत के रेकों के साथ-साथ दानापुर एवं पाटलीपुत्र जं पर टर्मिनेट होने वाली अन्य गाड़ियों का भी अत्याधुनिक स्वाचालित मशीनों द्वारा रखरखाव (Maintanance) किया जाएगा।
वहीं निर्माणाधीन नेऊरा – दनियावाँ रेलखंड से यू शेप में रेल लाइन का निर्माण किया जाएगा जिसके द्वारा गया कि तरफ से आनेवाली गाड़ियों का परिचालन (पटना स्टेशन की ओर परिचालित किए बिना ) दानापुर-पाटलीपुत्र स्टेशन होते हुए उत्तर बिहार की ओर किया जा सकेगा, वहीं इसी लाइन के माध्यम से ही उत्तर बिहार की ओर से आने वाली गाड़ियों को सीधे गया होते हुए धनबाद, राँची एवं दक्षिण भारत की ओर सुगमतापुर्वक परिचालन किया जा सकेगा।